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गले में इंफेक्शन के बाद खराश को नहीं करें नजरंदाज ।


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।गले में खराश हो जाना काफी आम समस्या होती है। सर्दी के मौसम में ज्यादातर लोग इस समस्या से परेशान रहते हैं। इसकी कई वजह हो सकती है. गले में खराश की एक वजह इंफेक्शन और सूजन  भी होती है। इससे कई बार गला बैठ भी जाता है. कई बार धूप से आने के तुरंत बाद पानी पीने से भी ये दिक्कत हो जाती है।  फेलिक्स हॉस्पिटल के ईएनटी डाॅक्टर कुँवर परवेज़ ने बताया कि ठंड का मौसम अभी भी जारी है। इस मौसम में लोग सिर्फ सर्दी खांसी जैसी समस्याओं से ही परेशान नहीं हैं बल्कि गले के इंफेक्शन से भी लोगों का हाल बेहाल है। ठंड के मौसम में अक्सर लोगों का गला बैठ जाता है और कई बार तो इंफेक्शन भी हो जाता है। गले में खराश की कई वजह हो सकती है। कई बार लोग बाहर से आते ही ठंडा पानी पी लेते हैं तो वो उन्हें नुकसान कर जाता है। इसके अलावा गले में इन्फेक्शन की वजह से भी गले में खराश की दिक्कत होने लगती है। वहीं सर्दी में कई लोग आईस क्रीम का सेवन कर रहे है। जिससे की गला खराब हो रहा है। बदलते मौसम में बच्चों को भी कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इसमें गले में इंफेक्शन भी शामिल है। बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इस वजह से उन्हें अक्सर इस तरह की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। बच्चों को इस तरह की परेशानी से बचाने के लिए जरूरी है कि पेरेंट्स सावधानी बरतें। कुछ पेरेंट्स ऐसे हैं, जो तुरंत बच्चों को डॉक्टर के पास ले जाते हैं और कई सारी दवाईयों खिलाते हैं। गले में इंफेक्शन होने पर आप बच्चे से कहें कि वह गुनगुने पानी से गरारा करे। गुनगुने पानी में हल्का नमक डालकर मिक्स कर लें। नमक पानी से गरारा करने पर गले का इंफेक्शन कम होगा, गले में जमा म्यूकस रिलीज होता है, सूजन में भी कमी आती है और गले में हो रहा दर्द भी दूर होता है। गले में इंफेक्शन होने पर बच्चे को कम पानी पिलाते ते हैं। जबकि गले में इंफेक्शन से रिकवरी के लिए जरूरी है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के लिए दें। अगर इंफेक्शन की वजह से सादा पानी नहीं पीना चाह रहे हैं, तो उहल्के गुनगुने पानी में शहद मिक्स करके दें। गले की इंफेक्शन की समस्या से जल्द राहत मिल जाएगी।गले में इंफेक्शन को अगर हल्के में लिया जाए, तो बच्चे को जल्द बुखार हो सकता है। इसलिए, जरूरी है कि पेरेंट्स बच्चों को पर्याप्त रेस्ट करने दें। बच्चे को घर में अंदर ही रहना चाहिए और रेस्ट करना चाहिए। इसके अलावा, जितना संभव हो बच्चे से कम बातचीत करें। बच्चा जितना रेस्ट करेगा, गले का इंफेक्शन उतनी तेजी से दूर होगा। अगर बच्चे को बुखार है, गले में खराश है, खाना खाने या पानी पीने में तकलीफ हो रही है, टॉन्सिल में सूजन है या फिर आवाज में भारीपन आ रहा है, तो समझ जाइए कि बच्चे को गले में इन्फेक्शन हो गया है। अगर गले में इन्फेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ जाए, तो जरूरी है कि आप डॉक्टर से कंसल्ट करें और उनकी प्रिस्क्राइब की गई दवा ही लें।  गले में खराश से राहत पाने का सबसे आसान और सरल तरीका है नमक के पानी से गरारे करना। दरअसल, नमक के एंटीबैक्टीरियल होने से गले की खराश की समस्या जल्दी खत्म हो सकती है। दिन में तीन से चार बार गरारे गले को आराम पहुंचा सकता है। गले में अगर ज्यादा सूजन है और बोलने में परेशानी हो रही है तो स्टीम ले सकते हैं। इससे ब्लॉक खुलता है और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। दिन में कम से कम तीन से चार बार स्टीम लेने से गले की समस्या से काफी आराम मिल जाता है। औषधीय गुणों वाली कैमोमाइल चाय गले के इंफेक्शन और खराश से छुटकारा दिला सकती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो आंख, नाक और गले के सूजन में आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। गले की खराश से आराम पाना है तो एक गिलास दूध में हल्दी मिलाकर पिएं। इससे काफी आराम मिलता है। एक गिलास पानी में हल्दी डालकर पांच मिनट तक उबालें और फिर उससे गरारे करें। दिन में दो से तीन बार ऐसा करने से गले के सूजन और दर्द में जल्दी आराम मिल सकती है।
बच्चों के गले में इंफेक्शन के लक्षण...
- गले सांस लेने में दिक्कत होना
- गले में खराश होना
- गले में दर्द महसूस करना
- मुंह के अंदर रेडनेस हो जाना
- हल्का बुखार होना

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