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बजट में देश में मेडिकल कॉलेजों को बढ़ाने की योजना से मेडिकल की पढ़ाई को और आसान बन जाएग।

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।
ग्रेटर नोएडा। वित्तमंत्री ने अंतरिम बजट में देश में मेडिकल कॉलेजों को बढ़ाने की योजना से  मेडिकल की पढ़ाई को और आसान बन जाएग। मातृ शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया है। इसमें शिशु मृत्यु दर को कम करने और मातृ स्वास्थ्य को बढ़ावा जा सकेगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को भी कवर किया जाएगा। निम्न वर्ग के लोगों को आसानी से इलाज मिल जाएगा।
 
डॉ भूमेश त्यागी जनरल फिजिशियन शारदा अस्पताल।
वित्तमंत्री ने वेतनभोगी वर्ग को निराश किया है,क्योंकि टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है।उम्मीद थी कि कटौती में वृद्धि होगी या टैक्स स्लैब में कुछ बदलाव होगा। सरकार की ओर से कोई बड़ा ऐलान नहीं।
 
सीए गोपाल गुप्ता संयुक्त रजिस्ट्रार-वित्त और लेखाशारदा विश्वविद्यालय।
सरकार ने 300 से अधिक विश्वविद्यालयों की स्थापना का लक्ष्य लेकर शिक्षा क्षेत्र पर जोर और मेडिकल छात्रों की जरूरत को पूरा करने के लिए नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए समिति का गठन और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार पर जोर दिया है। ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों को 2 करोड़ नए घर और 1 करोड़ घरों को सोलर के माध्यम से मुफ्त बिजली (300 यूनिट तक) उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
 
विवेक कुमार गुप्ता रजिस्ट्रार शारदा विश्वविद्यालय।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा को लेकर जो बजट पेश किया है। युवाओं और छात्रों का इसका भरपूर लाभ मिलेगा। स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को कर में एक साल अतिरिक्त छूट से मिलने से अपना खुद का बिजनेस खोलने में आसानी होगी। युवा रोजगारदाता बन सकते है।

 

डॉ सिबाराम खारा,वाइस चांसलर, शारदा यूनिवर्सिटी।

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