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गणतन्त्र दिवस राष्ट्रीय पर्व पर समाजवादी विचारक एवं लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव को किया गया सम्मानित

ताहिर अली संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गाजियाबाद।
गाजियाबाद। दिनांक 26 जनवरी 2024 को गणतन्त्र दिवस राष्ट्रीय पर्व पर समाजवादी विचारक, शिक्षाविद, लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव को मुख्य अतिथि के रूप में माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया, इस अवसर पर ड़ा0 अंबेदकर जन-कल्याण परिषद, सत्योदय बुद्ध विहार, लाजपत नगर, शांति निकेतन पब्लिक स्कूल राजीव कालोनी, ग्राफिक एरा पब्लिक स्कूल कड़कड़ माडल के प्रांगण में ध्वजारोहण किया, शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव पार्क में समाज सेविका फूलमती यादव ने ध्वजारोहण किया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य विशन लाल गौड़ रहे, ज्ञानपीठ के सदस्यों और भाई, बहनों ने भारी संख्या में समारोह में भाग लिया, संचालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, सभी वक्ताओं ने गणतन्त्र दिवस की सभी को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की देश, समाज के लिए कामना की, कार्यक्रम में गीत और भजन तथा जोरदार गगनभेदी नारों ने उल्लास पैदा कर दिया, और लोग भाव-विभोर हो गए, ड़ा0 अंबेदकर पार्क में संचालन श्याम नारायण अध्यक्ष ड़ा0 अंबेदकर जन कल्याण परिषद उ0 प्र0 ने, ग्राफिक पब्लिक स्कूल में संस्था के प्रबन्धक राम प्यारे यादव ने किया, राष्ट्र गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने स्वतन्त्रता संग्राम में शामिल ज्ञात, अज्ञात स्वतन्त्रता सेनानियों और शहीदों को स्मरण करते हुए उनके चरणों में नमन किया, तथा कहा कि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ, देश को संचालित करने के लिए, जिससे देशवासियों का सर्वांगीण विकास हो सके, और हमें मौलिक अधिकारों का जो प्रावधान किया गया है कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हम गौरव और गरिमापूर्ण जीवन जी सके, संविधान की प्रस्तावना में समता, समानता, न्याय, बंधुता, धर्मनिरपेक्षता, समाजवादी तथा देश की अखंडता के लिए हम सभी प्रतिवद्ध है, लेकिन आज आजादी के 75 वें गणतन्त्र में प्रवेश के बाद भी हम राजनैतिक रूप से आजाद हुए, लेकिन सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, आध्यात्मिक, गैरबराबरी के शिकार है, हमारा देश विविधता का देश है, अनेकता में एकता के लिए काम करना हमारा नैतिक कर्तव्य है, लेकिन आज भ्रम, नफरत, ईर्ष्या, अहंकार, असहिष्णुता का वातावरण बना डरा कर कुछ चंद लोगों ने सारे संसाधनों पर कब्जा कर लिया है, भ्रम और पाखंड फैला लोगों को मानसिक गुलामी की ओर ले जाया जा रहा है, देश का युवा, नवजवान दिग्भ्रमित बेरोजगार है, बेकारी बढ़ती जा रही है, वर्तमान सरकार वर्तमान की बात न कर भूतकाल की बात करती है यहाँ 2047 का सब्जबाग दिखाया जा रहा है, मंहगाई बेलगाम है, 81 करोड़ को 5 किलो अनाज देकर भरमाया जा रहा है, प्रतीकों और प्रतिमाओं पर राजनीतिक एजेंडा बनाया जा रहा है, देश कर्ज के बोझ से कराह रहा है, दस साल पहले भारत पर 54 लाख करोड़ कर्ज था, आज 205 लाख करोड़ हो गया है, अशिक्षा, भूख, पीड़ा, दर्द, बेबसी, लाचारी और बीमारी से देश कराह रहा है, रोजगार की जब तक व्यवस्था नहीं होगी, और चिकित्सा उच्चकोटि की सबको सुलभ नहीं होगी, भारत और भारत की जनता आत्म-निर्भर नहीं हो सकती, हम निवेदन के साथ कहना चाहते है कि देश, समाज में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम, सहयोग और समर्पण की भावना को मजबूत करते हुए समावेशी समाज बनाना चाहिए, तभी असली आजादी सम्पूर्ण रूप से मिलेगी। कार्यक्रम में शामिल रहे, ड़ा0 विशन लाल गौड़,  राम दुलार यादव, ड़ा0 देवकर्ण चौहान, सम्राट सिंह यादव, अनिल मिश्र, ब्रह्म प्रकाश, अनीता परिहार, अनिता यादव, सुनीता यादव, संजु शर्मा, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, अयांश, बी0 एस0 मलिक, राम पाल त्यागी, नागेन्द्र मौर्य, अंकुर यादव एडवोकेट, श्री भगवान, रोहित यादव, रमेश गौतम, छेदी लाल, सुरेन्द्र चंदेल, लाल सिंह, अमरनाथ, अंशु ठाकुर, उपेन्द्र यादव, शिशिर, अवधेश यादव, योगेन्द्र शर्मा, गुड्डू यादव, अवधेश मौर्य, विक्रम यादव, अमृतलाल चौरसिया, मुनीव यादव, रामेश्वर यादव, राजेन्द्र सिंह, तेज बहादुर, डी0 पी0 मौर्य, रमेश भारती, श्याम नारायण, ड़ा0 अशोक, आशा, शिव कुमार, ग्राफिक पब्लिक स्कूल की शिक्षिकाएँ शिक्षक, कु0 गरिमा यादव, पिंकी, राखी, नैना, पूजा यादव, आदित्य, अतिथि महेश चौहान, विनय, बबलू, गोपीचन्द राघव, किशन सिंह, शामिल रहे, विद्यालय के प्रबन्धक राम प्यारे यादव ने समारोह में शामिल छात्र-छात्राओं, अतिथियों, अभिभावकों और बच्चों का धन्यवाद किया तथा भारत माता की जय का उद्घोष किया|


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