ग्रेटर नोएडा/दादरी। नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा जिला गौतमबुद्धनगर उत्तर प्रदेश के आधुनिक शहर है लेकिन कच्ची एवं अवैध कालोनियों चांद जैसे जिले में ग्रहण है। देखा जाये तो अवैध कालोनियों की जिले में भरमार है प्राधिकरण की सह पर जिले में अवैध एवं कच्ची कालोनियों का धीरे-धीरे विस्तार होता जा रहा है।जिस ने विकराल रूप धारण कर लिया है। अवैध कालोनियों की अनेक बार आम जन व समाजसेवी द्वारा शिकायत की गयी यहां तक भी खुद छेत्र के जन प्रतिनिधि भी शिकायत करते है तो कोई उचित कार्यवाही नहीं की जाती! प्राधिकरणों के अधिकारी एवं कर्मचारी कुम्भ करण की नींद सोये हुआ है जो शिकायतों को डस्ट बिन में डाल देते हैं। अवैध एवं कच्ची कालोनियों में आम आदमी अपनी जीवन भर की कमाई स्वाह कर देता है।
इतिहास से हमें कुछ सिखना चाहिए ना की कबूतर की तरह आंख मूंद कर बैठ जायें। ग्रेटर नोएडा शाहबेरी से शीख लेनी चाहिए। दो चार दिन कार्रवाई हुई और फिर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने शाहबेरी इलाके में निर्माण कार्य पर रोक लगाई हुई है लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही आम जन को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी अब भी शाहबेरी की घटना को याद कर मन सिहर उठता है।
डूब छेत्र में बनाये आशियाना।
अभी कुछ दिन पहले हिंडन में लगातार पानी आने से डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ गयी थी। छिजारसी से लेकर मोमनाथल गांव तक डूब एरिया जलमग्न हो गया है। सुथ्याना गांव के डूब क्षेत्र के घरों में भी पानी घुस गया था। कुलेसरा, सुथ्याना में सैकड़ों मकानों में पानी भर गया था। जिला गौतम बुद्ध नगर का डूब छेत्र रोजाना रौनक बढ़ती जा रही है, डूब छेत्र में बैनामों पर पाबंदी सम्बंधित विभाग की तरफ से लगी हुई है फिर ना जाने क्यों आम जन अपनी गाढ़ी कमाई हिंडन और यमुना नदी में बहा रहे हैं।
प्राधिकरण और सम्बंधित विभाग मौन होकर भयानक तमाशा देखने को तैयार हैं!
सहारा एवं समतल कम्पनी की जमीन पर अवैध कालौनी का निर्माण जोरो पर!
भूमाफ़ियाओ द्वारा समतल व सहारा ग्रुप की ज़मीन पर अवैध रूप से बड़े पैमाने पर कालोनी काटकर लोगो के साथ की जा रही है धोखाधड़ी !
दादरी विधायक मा. तेजपाल नागर ने स्वयं अवैध एवं कच्ची कालोनियों के निर्माण पर रोक को लेकर प्राधिकरण को पत्र लिखकर अवैध कालोनियों पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी लेकिन अपनी सरकार होते हुए भी प्राधिकरण एवं जिला सम्बंधित अधिकारियों की तरफ से कोई कार्रवाई आज तक नहीं की गई है!
उजड़ता किसान बसता नोएडा !
जिला गौतम बुद्ध नगर में कच्ची एवं अवैध कालोनियों का बढ़ने का बड़ा कारण है सेक्टरों के बढ़ते हुए आवासीय भूखंडों के रेट जो आम आदमी के बजट के बाहर होते आवासीय भूखंडों के रेट। तीनों प्राधिकरण छोटे से छोटे आवासीय भुखंडो की स्कीम लाये जिस से आम आदमी भी उस स्कीम का लाभ प्राप्त कर सकें।
गरीब और मजदूर के साथ होता है घौर अत्याचार
नोएडा और ग्रेटर में गरीब एवं मजदूर का सपना होता है कि अपनी भी छत हो बेसक उसका छेत्र कम ही क्यों न हो। आम जन की इसी सोच का प्रोपर्टी डीलर फायदा उठाते है और गरीब एवं मजदूर लालच में आकर अपनी मेहनत ख़ून पसीना की गाढ़ी कमाई को डीलर को भेंट चढ़ा देते हैं। जिस अवैध कालोनियों की रिश्वत नहीं जाती उन कालोनियों को प्राधिकरण का दस्ता तोड़ देता है इस बीच नुकसान गरीब और मजदूर का ही होता है, प्रोपर्टी डीलर अपना सारा धन लेकर आराम से निकल जाता है और प्राधिकरण के खिलाफ आम आदमी क्या कर सकता है कुछ भी तो नहीं!
जिला गौतमबुद्धनगर में समाप्त होती ग्राम पंचायत की भूमि
यदि ग्राम पंचायत की भूमि पर अतिक्रमण की सूचना ग्राम पंचायत के सदस्यस सचिव लेखपाल द्वारा समय से नहीं दी जाती है और अतिक्रमण हटाने को प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती है तो यह कर्तव्य पालन में शिथिलता व कदाचार की श्रेणी में माना जाएगा. लेखपाल के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी। लेकिन जिले में जिन स्थानों पर कच्ची कालौनी एवं अवैध कालोनियों का निर्माण हो रहा है उन कालोनियों को प्रोपर्टी डीलर द्वारा बड़े आराम ग्राम सभा की जमीन के बैनामें तक किये जा रहे हैं। बहुत जल्द ही अवैध कालोनियों के निर्माण की वजह से जिले में ग्राम समाज की भूमि खत्म होती जा रही है। अवैध कालोनियों के पास आने वाली ग्राम समाज की भूमि पर अवैध निर्माण और अवैध कब्जा हो जायेगा जिसको मुक्त कराना असम्भव होगा और किसी पर कोई भी कार्रवाई करना मुश्किल है!
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