बुजुर्ग डॉक्टर्स के सहारे चल रही गाजियाबाद स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी।
मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, ग्रेटर नोएडा, दादरी , लोनी और मुरादनगर में भी खोली जाएं सीजीएचएस डिस्पेंसरी।
आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक डिस्पेंसरी भी खोली जाएं ।
-मदन भैया विधायक खतौली सरकार से मांग की है कि जहां एक तरफ केंद्र सरकार आए दिन सीनियर सिटीजंस के लिए विशेष सुविधा मुहैया कराने पर जोर देती नजर आ रही है वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों से सेवानिवृत हो चुके अधिकारियों और कर्मचारियों को सीजीएचएस डिस्पेंसरीज की कमी से मेडिकल सुविधाओं के लिए भारी मशक्कत उठानी पड़ रही है। जहां मुजफ्फरनगर के सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स को मेडिकल सुविधाओं के लिए मेरठ स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी आना पड़ता है वहीं पता चला है कि देश दुनिया के पटल पर छाए हुए ग्रेटर नोएडा में भी अभी तक कोई सीजीएचएस डिस्पेंसरी प्रारंभ नहीं की गई है जबकि ग्रेटर नोएडा में भारी संख्या में सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स निवास करते हैं। इसके अतिरिक्त बुलंदशहर, मुरादनगर और लोनी के सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स को भी भीड़ भरा लंबा सफर तय करके गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी आना पड़ता है। जो बीमारी से ग्रस्त उम्रदराज बुजुर्गो के लिए अपने आप में एक मुश्किल भरा काम है।
अगर गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी की सुविधाओं पर नजर डालें तो इस डिस्पेंसरी से केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में काम करने वाले लगभग 7000 सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स जुड़े हुए हैं जिनमें से अधिकतर सेवानिवृत हो चुके बहुत बुजुर्ग और उम्रदराज लोग हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सीजीएचएस डिस्पेंसरी में रोजाना लगभग 700 से 800 कार्ड होल्डर वृद्ध पेशेंट मेडिकल सुविधाओं के लिए पहुंचते हैं और डॉक्टर्स से मिलने का जल्दी नंबर लेने के चक्कर में इन बुजुर्गों को प्रातः 5-6 बजे पहुंच कर डिस्पेंसरी काउंटर पर लाइन में लगना पड़ता है। जानकारी में यह भी आया है कि इस डिस्पेंसरी कंप्यूटर पर काम करने करने के लिए इन्हें पहले कीबोर्ड पर देखना पड़ता है उसके बाद बार-बार कंप्यूटर स्क्रीन पर देखना पड़ता है। ऐसे में स्वभाविक है कि प्रक्रिया में देरी की वजह से मेडिकल सुविधाओं हेतु कतारबद्ध 70- 80 साल के बुजुर्गों को कितनी परेशानी झेलनी पड़ती होगी। इसके अतिरिक्त दवा गोली देने एवं इलाज हेतु इम्पैनल्ड अस्पतालों के लिए रेफर कराने के लिए बनाई गई गई व्यवस्था प्रक्रिया भी बहुत लंबी है। जानकारी में आया है कि इस प्रक्रिया के दौरान लोगों को अलग-अलग कई काउंटर्स पर जाना होता है जिससे इलाज कराने के लिए आये व्यक्ति का इलाज होना तो दूर रहा उसके बीमार होने की संभावना और अत्यधिक बढ जाती है। बुजुर्ग सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स द्वारा बताई गई इन परेशानियों को देखते हुए तो ऐसा प्रतीत होता है कि गाजियाबाद के कमला नेहरू स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी बुजुर्गों के लिए अभिशाप बन गई है जिस पर किसी का ध्यान नहीं है।
इस संबंध में मदन भैया विधायक खतौली द्वारा भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजकर सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स की परेशानियां से अवगत कराते हुए अनुरोध किया गया है कि गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी से जुड़े सीनियर सिटीजन और बुजुर्ग कार्ड होल्डर्स के सुविधाजनक इलाज हेतु ऐसे डॉक्टर्स तैनात किए जाएं जो तीव्र गति से काम कर सकें और जो कंप्यूटर पर काम करने में भी पूर्णतः पारंगत हों। हालांकि हाल ही में गाजियाबाद के प्रताप विहार में एक डिस्पेंसरी का शुभारंभ किया गया है लेकिन कमला नेहरू नगर से जुड़े सीजीएचएस कार्ड होल्डर्स की अभी भी भरमार है इसलिए अलग-अलग एरिया में ऐसे स्थानों पर नई सीजीएचएस डिस्पेंसरी खोली जाएं जो पैनल से जुड़े अस्पतालों के निकट हों। ताकि बुजुर्ग मरीजों को कई कई घंटे कतार में ना लगना पड़े। मेडिकल उपचार की लंबी प्रक्रिया को शॉर्ट करने का प्रावधान भी कराया जाए ताकि बुजुर्ग मरीजों को अलग-अलग काउंटर्स पर न भटकना पड़े। इसके अतिरिक्त खतौली विधायक मदन भैया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुजफ्फरनगर, मुरादनगर, लोनी और ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर में भी सीजीएचएस डिस्पेंसरी खोलने की मांग की है। खतौली विधायक मदन भैया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अपने पत्र में गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और ग्रेटर नोएडा में एक एक होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और यूनानी डिस्पेंसरी खोलने की भी मांग की है।
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