राष्ट्र को उन्नति के पथ पर ले जाना है तो अविद्या को दूर करके विद्या की वृद्धि करनी पड़ेगी -डा जयेन्द्र आचार्य ।





मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गाजियाबाद, शनिवार,25- 11- 2023 को आर्य समाज नया आर्य नगर का 34 वें त्रिदिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन आर्षगुरुकुल नोएडा के प्राचार्य डॉ.जयेन्द्र आचार्य के ब्रह्मत्व में ऋगवेदीय महायज्ञ हुआ।आज के मुख्य यज्ञमान श्रीमती ममता चौहान एवं यज्ञवीर चौहान, दीपांशी शर्मा एवं शुभम शर्मा, सुमन चौहान एवं लक्ष्मण चौहान, सुनीता रानी गुप्ता एवं राकेश गुप्ता आदि रहे।वेद पाठ उदयवीर शास्त्री,रामा शंकर शास्त्री, अखिलेश आर्य द्वारा किया गया।सौभाग्य से आज श्रीमती ममता चौहन जा जन्म दिन था तो आचार्य जी ने उनको अपनी रचना के माध्यम से शुभकामनाएं एवं बधाई दी।मेरठ से पधारे सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक पंडित अजय आर्य ने  "ईश्वर कृपा को जिसने भी पाया,उसी का जन्म ये सफल हो गया है" आदि ईश्वर भक्ति से ओतप्रोत भजनों को सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
यज्ञ के ब्रह्मा एवं मुख्य वक्ता डा जयेन्द्र आचार्य ने नशामुक्ति एवं समाज सुधार सम्मेलन विषय पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में एक भी आदमी ढूंढना मुश्किल हो जाता है,जो नशे की गिरफ्त में ना हो जिसे भी पूछो कहते हैं कभी कभी शराब ले लेते हैं।पढ़े लिखे विद्यार्थी भी नशे के आदि बनकर जीवन बर्बाद कर लेते हैं,इन बुराइयों का पता माता पिता को भी बाद में चलता है,अब तो खुले आम मिलती है,इसके सेवन से बुद्धि बाहर हो जाती है इसलिए कुसंग से बचना चाहिए कुसंग में पड़ने से व्यक्ति धीरे धीरे बिगड़ता है इसलिए अभी समय है जागो। मैं अकेला धार्मिक हूं इसका कोई लाभ नहीं।आपकी वजह से आस पास के लोग धार्मिक हों तो आप धन्यवाद के पात्र हैं।हमें नशे से बचना है और दुनियां को बचाना है आर्य समाज इसके लिए जागरूक है,इस और चिंतन करता है।अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी है।अविद्या में पड़ा व्यक्ति गर्त में चला जाता है।इस राष्ट्र को उन्नति के पथ पर ले जाना है तो अविद्या को दूर करके विद्या की वृद्धि करनी पड़ेगी।कैप्टन चन्द्र पाल ने अपने अध्यक्षीय उदोधन में कहा कि यह जो आर्य समाज संस्था है इसने मेरे जीवन में अमूल चूल परिवर्तन किया है।यहां नारियों का भी बहुत सम्मान होता है।आर्य केन्द्रीय सभा के महामंत्री नरेन्द्र पांचाल ने दूर दराज से पधारे श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।मंच का कुशल संचालन बालेश्वर दयाल विश्वकर्मा ने किया।इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री योगी प्रवीण आर्य, महिपाल तोमर,राजेश्वर शास्त्री, वीके धामा, बाल मुकुंद विश्व कर्मा, तेजपाल आर्य, प्रवीन मल्होत्रा,श्रीमती फुलां रानी मल्होत्रा,आशा रानी आदि उपस्थित रहे।शांतिपाठ और प्रसाद वितरण से कार्यक्रम संपन्न हुआ।


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