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सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर कार्य करेगें पेस विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय ।



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।छात्रों को वैश्विक अनावरण के अवसरों की जानकारी देने और सहयोग के संभावित अवसरों पर विचार करने के लिए आज यूएसए के पेस विश्वविद्यालय के तीन सदस्यीय शिष्टमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस शिष्टमंडल में पेस विश्वविद्यालय के ल्युबिन स्कूल ऑफ बिजनेस के असीस्टेंट डीन डा जॉन मेलेटियाडिस, वित्त विभाग के ग्रेजुएट विभाग के चेयर प्रो पी वी विश्वनाथ और पेस बोर्ड ऑफ ट्रस्टी मेंबर की चेयर ऑफ साइकोलॉजी डा सोनिया सचडे शामिल थी। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल अफेयर डिविजन के उपमहानिदेशक रियर एडमिरल आलोक भटनागर ने शिष्टमंडल का स्वागत किया।पेस विश्वविद्यालय के ल्युबिन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के असीस्टेंट डीन डा जॉन मेलेटियाडिस ने संबोधित करते हुए ल्युबिन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट को स्नातकों को रोजगार व उर्ध्वगामी गतिशीलता, के लिए तैयार करने के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। हमें एमिटी विश्वविद्यालय की संरचना में बेहद प्रभावित किया है। हम दोनो संस्थानों के छात्रो हेतु अनुकूलित कार्यक्रम बनाना चाहते है जो अद्वितीय और अभिनव हो जिससे दोनो संस्थानों के छात्र लाभंावित होगें। भारत एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है जो विश्व का नेतृत्व कर रहा है। पेस विश्वविद्यालय में बहुत सारे भारतीय छात्र प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान कार्यक्रमों में शिक्षा ग्रहण कर रहे है और एमिटी के छा़त्रों का अपने परिसर में स्वागत करने में प्रसन्नता होगी।वित्त विभाग के ग्रेजुएट विभाग के चेयर प्रो पी वी विश्वनाथ ने कहा कि यह एमिटी यूनिवर्सिटी और पेस यूनिवर्सिटी के बीच लंबे समय तक चलने वाले पारस्परिक रूप से लाभकारी रिश्ते की शुरूवात है। भारत की नई शिक्षा नीति 2020 हम सभी सहयोग के नये अवसर प्रदान कर रही है जिसमें संयुक्त, द्विविनिंग और दोहरी डिग्री की पेशकश, संयुक्त परिसर का निर्माण आदि है। एमिटी के छात्र पेस विश्वविद्यालय में वित्त प्रबंधन और फिनटेक में कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकते है।एमिटी विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल अफेयर डिविजन के उपमहानिदेशक रियर एडमिरल आलोक भटनागर ने शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षो में एमिटी और यूएसए के बीच गहरा संबंध रहा है और पिछले तीन वर्षो में एमिटी में सबसे अधिक संख्या में छात्र यूएसए गए है। हम दोनों संस्थान अल्पालिक गतिशीलता कार्यक्रम, संकाय विनिमय कार्यक्रम, पेस संकाय द्वारा मासिक व्याख्यान श्रृखंला, इंडिया इर्मशन कार्यक्रम और संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम आदि में सहयोग कर सकते है।इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के निदेशक एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।

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