गौतमबुद्धनगर।एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण गुणवत्ता से प्रभावित होकर आज यूएसए के इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में यूएसए के इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एकेडमिक अफेयर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रोवोस्ट श्री केनेथ टी क्रिस्टेनसेन एनरोल मैनेजमेंट एंड स्टूडेंट अफेयर के उपाध्यक्ष प्रो मलिक सुंदरम और रिलेशनशिप मैनेजर श्री नेट डाउनिंग शामिल थे। इस प्रतिनिमंडल का स्वागत एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने किया।
इस अवसर पर संयुक्त कैपस खोलने, छात्रों को प्रबंधन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर साइंस और साइकोलॉजी में स्नातक एंव स्नातकोत्तर पाठयक्रम की पेशकश करने के साथ, संयुक्त पाठयक्रम के साथ छात्रों के आवागमन आदि पर इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी और एमिटी विश्वविद्यालय के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौता पत्र इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एकेडमिक अफेयर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रोवोस्ट श्री केनेथ टी क्रिस्टेनसेन और एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने हस्ताक्षर किये।इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एकेडमिक अफेयर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रोवोस्ट श्री केनेथ टी क्रिस्टेनसेन ने कहा कि आज दोनो संस्थान एक बेहतरीन सहभागीता का अनावरण कर रहे है। हम छात्रों को आने वाली पीढ़ी के तकनीकी विशेषज्ञों और उद्यमियों के रूप में विकसित करना चाहते है और इस उददेश्य और दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए संस्थानों के मध्य आपसी सहयोग आवश्यक है। श्री क्रिस्टेनसेन ने कहा कि हम एमिटी के साथ छात्रों के आवागमन, पाठयक्रम की पेशकश और संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देकर उर्जा, पर्यावरण के क्षेत्र में आ रही चुनौतियों से निपटेंगे।
इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एनरोल मैनेजमेंट एंड स्टूडेंट अफेयर के उपाध्यक्ष प्रो मलिक सुंदरम ने कहा कि वर्तमान समय में छात्रों के विकास के लिए वैश्विक अनवारण आवश्यक है और विश्व को अपने संस्थानों से जोड़ने के लिए हमने इस मिशन का संचालन किया है। प्रो संुदरम ने कहा कि ग्लोकलॉइजेशन के नये रूझान के अंर्तगत वैश्विक शिक्षण को स्थानीय रूपरेखा के साथ प्रदान करना होगा। हम छात्रों को उनकी रूचि और उद्योगों के अनुरूप तैयार किये गये पाठयक्रम से विशेष कौशलों से युक्त बनाते हैं। एमिटी के साथ यह सहभागीता दोनो संस्थानों के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी और इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी एक ही विचारधारा का अनुगमन करते है। पिछलें तीन वर्षो में एमिटी से यूएसए जाने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक रही है। एमिटी विश्वविद्यालय के यूएसए के विश्वविद्यालयों के साथ शोध लिंकेां को बढ़ाया जा रहा है। डा सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 ने वैश्विक सहयोग के नये दरवाजे खोले है। हम प्रबंधन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर साइंस और साइकोलॉजी के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने के इच्छुक है इसके अतिरिक्त सम्मेलनों आदि में इलिनोइस इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शिक्षकों और छात्रों को आमंत्रित किया जायेगा।इस अवसर पर एमिटी लॉ स्कूल के एडिशनल डायरेक्टर डा आदित्य तोमर, डा पी भानू सहित एमिटी इस्टीटयूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेस की निदेशक डा रंजना भाटिया भी उपस्थित थी।
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