-->

एमिटी विश्वविद्यालय में ‘‘सीता वनवास’’ नाटक का हुआ मंचन ।




मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा के द्वितीय और तृतीय वर्ष के अभिनय के छात्रों द्वारा प्रख्यात लेखक श्री आगा हश्र काश्मीरी द्वारा लिखित नाटक ‘‘सीता वनवास’’ का मंचन किया गया। इस नाटक में सीता के वनवास, लव कुश द्वारा अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को पकड़ना और उनके एवं पिता राम के मध्य के अनुभव, पिता से पुनर्मिलन को दर्शाते हुए सीता जी के धरती में समाने के दृश्य का मंचन छात्रों द्वारा किया गया। इस अवसर पर एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा की चेयरपरसन श्रीमती पूजा चौहान सहित बड़ी संख्या में शिक्षकों और छात्रों ने इस नाटक के मंचन का आनंद लिया।एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा की चेयरपरसन श्रीमती पूजा चौहान ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस प्रकार के नाटकों को मंचन आपको प्रयोगिक अनुभव प्रदान करते है और आपको क्षेत्र की बारिकियों को समझने, गलतियों को सुधारने के लिए सहायता करते है। छात्रों द्वारा सीता वनवास नाटक का बेहतरीन मंचन किया गया जिसने सबका मनमोह लिया। उन्होनें छात्रों को प्रख्यात लेखकों द्वारा लिखे गये और भी नाटको पर कार्य करने और उनके मंचन की रूपरेखा तैयार करने की सलाह दी।इस नाटक में एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा की अभिनय की छात्रा श्रेया चौधरी ने सीता की भूमिका निभाई, जबकि अथर्व वर्मा ने राम का किरदार निभाया, फरदीन खान ने निभाया लक्ष्मण का किरदार, हनुमान के रूप में गौतम प्रकाश, हिरण्मयी कुंटे ने लव की भूमिका निभाई, कुश के रूप में नंदिनी सैनी, गुरु वाल्मिकी के रूप में धैर्य तनेजा, सांवल सहगल ने दुर्मुख की भूमिका में इस नजर आए । नाटक में रजक के रूप में शिवांश राज और पृथ्वी और राजकी के रूप में नमामि राणा, गुरु वशिष्ठ के रूप में सिद्धांत सूद, विभीषण के रूप में शिवांश राज, नागार्जन के रूप में अर्जुन इस नजर आए। नाटक में पारसी शैली के रंगमंच, नृत्य, संगीत, विशाल सेट, विभिन्न प्रकार के प्रकाश और ध्वनि के सभी तत्व शामिल थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ