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गांधी एवं शास्त्री जयंती "स्वच्छता ही सेवा है" के भाव के साथ भव्य रूप में मनाई गई।


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।कु मायावती राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, बादलपुर, गौतमबुद्ध नगर में गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती का भव्य आयोजन किया गया । सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. दिव्या नाथ जी द्वारा ध्वजारोहण किया गया। तत्पश्चात सम्पूर्ण महाविद्यालय देशभक्ति के ओजस्वी नारों से गूंज उठा । कार्यक्रम की इस श्रृंखला में सर्व धर्म सभा का आयोजन किया गया। जिसमें राम चरित मानस पाठ डॉ मिंतू , असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी, गीता पाठ  डॉ शिखा  रानी, असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत,  गुरु ग्रंथ साहिब पाठ  डॉ मणि अरोरा, असिस्टेंट प्रोफेसर वाणिज्य, कुरान पाठ डॉ परवेज शमीम, असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा एवं बाईबिल पाठ डॉ जूही बिरला, असिस्टेंट प्रोफेसर,अंग्रेजी विभाग द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इस कड़ी में डॉ. बबली अरुण के निर्देशन में "वैष्णव जन तो तेने कहिये जे, पीड़ पराई जाने रे "पर दुख्खे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आने रे एवं  "रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम" जैसे गीतों की धुन पर पूरा महाविद्यालय संगीत के रस में गांधीमय हो गया । एनसीसी कैडेट कुमारी पिंकी गौतम ने गांधीजी पर अपने भाषण से  समस्त विद्वजनों को अभिभूत कर दिया । इसके साथ ही साथ एन.सी.सी कैडेट्स एवं एन.एस.एस स्वयं सेविकाओं ने  लेफ्टिनेंट डॉ.मीनाक्षी लोहानी एवं एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अपेक्षा तिवारी के निर्देशन में सामूहिक प्रस्तुति "अहिंसा परमो धर्म: " नुक्कड़ नाटक द्वारा ने सभा में बैठे सभी हृदयग्राही लोगों का दिल जीत लिया। छात्राओं द्वारा अभिनीत नाटक अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस का संदेश देने में मंच से सफल रहा। कार्यक्रम के अंत में अपने अध्यक्षीय उद्बबोधन में महाविद्यालय की प्राचार्य महोदया डॉ.दिव्या नाथ ने सभी को संबोधित करते हुए कहा आज देश को गांधीजी की विचारधारा से प्रभावित होकर सबको साथ लेकर आगे चलने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय विश्व अहिंसा दिवस पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा अहिंसा कायरता की आड़ नहीं, अपितु यह तो वीरों का मार्ग है ।अहिंसा का मार्ग हिंसा के मार्ग की तुलना में ज्यादा साहस की अपेक्षा रखता है। क्रूरता का उत्तर क्रूरता से देने में अपने   नैतिक एवं बौद्धिक पतन को स्वीकारना है। उन्होंने आगे कहा अहिंसा के बिना सत्य का अनुभव नहीं हो सकता है अतः मानवीय मूल्यों को पाने के लिए अहिंसा को अपने व्यवहार में अपनाना ही होगा । आज संपूर्ण विश्व अहिंसा के गांधी जी द्वारा सुझाए गए अहिंसा के मार्ग का अनुसरण कर रहा है। उक्त कार्यक्रम का संचालन समारोहिका डॉ. श्वेता सिंह द्वारा किया गया । इसमें महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक कर्मचारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
तत्पश्चात राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों ईकाई एवं स्वच्छता समिति के सौजन्य से स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत "स्वच्छता ही सेवा" के अंतर्गत महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ दिव्या नाथ एवं एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सीमा देवी प्रथम इकाई , डॉ. अपेक्षा तिवारी द्वितीय इकाई, एवं समस्त प्राध्यापकों द्वारा महाविद्यालय परिसर में श्रमदान किया गया।  इस अवसर पर पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीलम शर्मा , डॉ विनीता सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना सलाहकार समिति डॉ.  दीप्ति वाजपेयी,डॉ नेहा त्रिपाठी ने स्वयं सेविकाओं को स्वच्छता का जीवन में महत्व के बारे में बताया। उपरोक्त कार्यक्रम दोनों ईकाई के कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वच्छता समिति के निर्देशन में संपन्न हुआ। "स्वच्छता ही सेवा है" ध्येय वाक्य को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय में विगत तीन दिनों से दिनांक 30- 9- 2023 से स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ।इस कड़ी में दिनांक 30 -09-2023 को महाविद्यालय परिसर में साफ सफाई, पौधारोपण कार्यक्रम एनसीसी, डॉ मीनाक्षी लोहानी एनएसएस , डॉ सीमा देवी एवं डॉ. अपेक्षा तिवारी, रोवर्स रेंजर्स  डॉ बॉबी यादव , डॉ रमाकांति के सामूहिक सौजन्य से किया गया ।दिनांक 01-10-2023 "स्वच्छता ही सेवा है"  कार्यक्रम के तहत प्रातः 10:00 बजे से 1 घंटे तक का श्रमदान कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अपेक्षा तिवारी द्वारा तेल उद्योग सुरक्षा निदेशालय, नोएडा के साथ मिलकर वसुंधरा सेक्टर 3 गाजियाबाद,  श्री लाल बहादुर शास्त्री बाल आश्रम में किया गया। उक्त श्रमदान में तेल सुरक्षा निदेशालय नोएडा के अधिकारी गण कर्मचारी गण एवं श्री लाल बहादुर बाल आश्रम के सदस्यों ने मिलकर स्वच्छता साफ सफाई रखरखाव के द्वारा देश हित में कैसे योगदान दिया जा सकता है का संदेश भी दिया। कार्यक्रम के अंत में असिस्टेंट डायरेक्टर तेल सुरक्षा उद्योग निदेशालय, श्री गौरव बोहरा ने लोगों से साफ सफाई में प्रतिदिन  अपना अपना योगदान करने की भी अपील की। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय की NSS की दोनों इकाई की स्वयंसेविकाओं एवं डॉ सीमा देवी द्वारा " स्वच्छता ही सेवा है" कार्यक्रम के तहत अपने घर एवं पास पड़ोस में प्रातः 10:00 बजे से 1 घंटे तक का श्रमदान किया गया। कार्यक्रम का अंत 2 अक्टूबर को गांधी जी एवं शास्त्री जी की जयंती को भव्यता के साथ आयोजित कर किया गया

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