गौतमबुद्धनगर।कु. मायावती राजकीय स्नातकोत्तर महिला महविद्यालय बादलपुर, गौतमबुद्धनगर मे आजादी का अमृतकाल : भारतीय ज्ञान परम्परा से विश्वकल्याण विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि विशेष सचिव उच्चशिक्षा डॉ. गिरिजेश कुमार त्यागी ने दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का औपचारिक आरम्भ किया । इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ पवन कुमार शर्मा प्रोफेसर चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ, विशेष अतिथि डॉ. संजय पांडेय एवं महाविद्यालय की संरक्षिका प्रो. डॉ. दिव्यानाथ ने ने भारतीय ज्ञान परम्परा से विश्व कल्याण विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। सत्र का संचालन सेमिनार के संयोजक डॉ. संजीव कुमार द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो.( डॉ. )दिनेश चंद्र शर्मा द्वारा दिया गया।भारतीय ज्ञान परम्परा पर आयोजित यह सेमिनार ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनो माध्यमों से संचालित हुआ। ऑनलाइन माध्यम में 48 शोधपत्र एवं ऑफलाइन माध्यम में 72 शोधपत्र प्रस्तुत 7 तकनीकी सत्रो में प्रस्तुत किये गये। तकनीकी सत्र में अतिथि वक्ता के रूप में प्रो. डॉ.अनीता मिश्रा , प्रो. डॉ. रत्ना शेरी, प्रो. डॉ. कमलेश भारद्वाज, प्रो. डॉ. अनीता गोस्वामी , प्रो. डॉ. स्मृति रायजादा , प्रो. डॉ. मृदुला वर्मा , प्रो. डॉ. अनुजा गर्ग रहीं। ऑनलाइन में प्रो. डॉ. बृज महाराज, प्रो. डॉ. किशोर कुमार , श्री उमेश नोटियाल ,डॉ. ललित गर्ग एवं डॉ. विभा पाठक अतिथि वक्ता रहे। ऑनलाइन सत्र की अध्यक्षता प्रो. डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा द्वारा की गई।समापन सत्र मे मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. डॉ. अश्विनी कुमार गोयल , विशेष अतिथि के रुप में प्रो. डॉ. संगीता गुप्ता , प्रो. डॉ. अनीता रानी राठौर , प्रो. डॉ जीनत जैदी एवं प्रो. डॉ. राजीव गुप्ता जी उपस्थित थे। प्राचार्य प्रो. डॉ. दिव्यानाथ द्वारा स्वागत किया गया। सभी अतिथियों ने भारतीय ज्ञान परम्परा पर अपने विचार व्यक्त किये और यह निष्कर्ष निकाला कि भारतीय प्राच्य ज्ञान में विश्व कल्याण की सम्पूर्ण सामर्थ्य है । भारतीय ज्ञान का प्रसार संसार को नव मार्ग दिखा सकता है ।सत्र का संचालन डॉ. नेहा त्रिपाठी द्वारा किया गया । डॉ. दीपक शर्मा द्वारा सेमिनार की आख्या प्रस्तुत की गई। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजीव कुमार द्वारा किया गया।
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