12 से 16 अक्टूबर 2023; इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा
विभिन्न प्रकार के कच्चे माल, स्थिरता और हस्तनिर्मित तकनीक के कई अनुप्रयोगों के नवीन लाइनों ने किया ध्यान आकर्षित
खरीदारों ने दिया ऑर्डर को अंतिम रूप, साथ ही अगले सीज़न में वापस आने का वादा भी किया
भारत सरकार के कई गणमान्य व्यक्तियों ने किया आयोजन का दौरा, प्रदर्शकों के साथ बातचीत की और प्रदर्शन में विविधता और विजुअल अपील की सराहना की
14 श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार और सम्मान दिए गए
ग्रेटर नोएडा/ दिल्ली एनसीआर - 16 अक्टूबर 2023 - "आईएचजीएफ-दिल्ली मेला - ऑटम और दिल्ली फेयर फर्नीचर 2023 का 56वां संस्करण 12 से 16 अक्टूबर 2023 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे में एक साथ आयोजित किया गया। 3000 से अधिक प्रदर्शकों और 14 प्रदर्शन श्रेणियों वाले इस मेले को पूर्ण वैभव से आयोजित किया गया। विदेशी खरीदारों, घरेलू खरीदारों, खरीद एजेंटों और घरेलू वॉल्यूम खरीदारों ने इसमें जोर शोर से हिस्सा लिया। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद ने इस अवसर पर सूचित किया कि इस शो में नए और उभरते बाजारों के साथ ही दुनिया भर के लगभग सभी निर्यात बाजारों से खरीदार आए। कई नए संपर्क बनाए गए और पुराने संपर्कों को सुदृढ़ किया गया,नए आपूर्तिकर्ताओं की उत्पाद श्रृंखलाओं और नियमित विक्रेताओं के नवाचारों पर विचार किया गया। इस आयोजन में जहां कुछ ऑर्डर पूरे हो गए हैं और कुछ को शो के बाद के फॉलो-अप के बीच अंतिम रूप देने के लिए नोट किया गया है।"आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा, “फर्नीचर सेगमेंट में बढ़ते दायरे और विदेशों में अधिक से अधिक बाजारों में भारत से घरेलू और जीवनशैली उत्पादों के विस्तार के साथ, दिल्ली मेला-फर्नीचर में भी भारी रुचि देखी जा रही है, यह रुचि हर दिन के साथ व्यस्तता में बदलती और बढ़ती दिखी। खरीदारों के इस वर्ग की मांग को पूरा करने और प्रदर्शकों को बड़े डिस्प्ले स्थान प्रदान करने के लिए, ईपीसीएच ने इस वर्ष आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ब्रांडिंग के तहत इस विशेष व्यापार आयोजन की शुरुआत की। इस पहल पर अनुकूल प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।”स्पेन से आए क्रेता डेविड कैंसेलस, जो अपने इंटीरियर के लिए लोकप्रिय श्रृंखला रेस्तरां में काम करते हैं, यहां विभिन्न विषयों के अनुरूप रेस्तरां फर्नीचर खरीदने के लिए आए हैं। उन्होंने साझा किया, “मैं बीस वर्षों से अधिक समय से इस मेले में आ रहा हूं और अपने रेस्तरां के लिए धातु की कुर्सियों और मेजों की तलाश कर रहा हूं। मुझे कुछ ऐसे उत्पाद मिले हैं जिनकी मैं काफी प्रशंसा करता हूँ। मुझे वास्तव में यह आयोजन पसंद है क्योंकि पिछले दो दशकों में मेला कैसे विकसित हुआ है इसका मैं साक्षी हूं।" एक अन्य खरीदार, यूएसए की सुसान ने कहा, “मैं इस मेले के प्रत्येक संस्करण के माध्यम से अपने स्टॉक को नवीनीकृत करने के लिए हर 6 महीने में भारत आती हूं। मैं आगामी छुट्टियों के मौसम के लिए घरेलू सामान और उपहारों की तलाश में हूं। मुझे लगता है कि भारतीय उत्पाद शानदार हैं और अब तक मुझे घरेलू सजावट, बगीचे की सजावट और उपहारों में अद्वितीय, मजेदार और आकर्षक उत्पाद और वह सब मिल गया है जिसकी मैं तलाश कर रही थी।आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ऑटम'23/फर्नीचर फेयर'23 के अध्यक्ष श्री नरेश बोथरा ने आगे बताया कि व्यापार के लिए वर्तमान प्रासंगिकता के विभिन्न विषयों पर सेमिनार में अच्छी संख्या में लोग शामिल हुए। उन्होंने यह भी बताया, “आईएचजीएफ दिल्ली फेयर-ऑटम एंड दिल्ली फेयर-फर्नीचर 2023 में सर्वश्रेष्ठ स्टॉल डिजाइन और डिस्प्ले के लिए पुरस्कार और मान्यता आज इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित एक समापन समारोह में 14 श्रेणियों (सूची संलग्न) में प्रदान की गई। इस अवसर पर ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद; डॉ. राकेश कुमार, अध्यक्ष, आईईएमएल; डॉ. नीरज खन्ना, उपाध्यक्ष द्वितीय, ईपीसीएच; श्री नरेश बोथरा, अध्यक्ष, आईएचजीएफ दिल्ली फेयर-ऑटम और दिल्ली फेयर-फर्नीचर 2023; श्री एस के गोयल, उपाध्यक्ष, आईएचजीएफ दिल्ली फेयर-ऑटम और दिल्ली फेयर-फर्नीचर 2023; प्रशासन समिति के सदस्य, श्री आर के वर्मा, कार्यकारी निदेशक, ईपीसीएच, प्रमुख निर्यातक और क्रय प्रतिनिधि की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं का अभिनंदन किया और उन्हें बधाई दी।”ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक, श्री आर के वर्मा ने बताया, “हम अपने सम्मानित अतिथियों और सरकार की उपस्थिति से अभिभूत हैं। मेले में आये गणमान्य व्यक्तियों में भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय की सचिव श्रीमती रचना शाह; श्री रोहित कंसल, अतिरिक्त सचिव, कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार; हस्तशिल्प विकास आयुक्ता श्रीमती अमृत राज, कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार; डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (कृषि, सहयोग एवं परिवार कल्याण विभाग), भारत सरकार; श्री प्रांजल यादव, सचिव, एमएसएमई और कपड़ा और खादी विभाग, भारत सरकार; श्री अतुल कुमार सिंह, अतिरिक्त. नगर आयुक्त नगर निगम, मुरादाबाद; शामिल रहे। इसके आलवा कई गणमान्य व्यक्तियों ने मेले का दौरा किया। उन्होंने प्रदर्शकों के साथ बातचीत की और प्रदर्शन पर उत्पादों की उत्कृष्ट श्रृंखला की सराहना की।ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर.के. वर्मा ने कहा की मेले में 94 देशों के 7390 विदेशी खरीदारों और खरीद प्रतिनिधियों के साथ-साथ घरेलू वॉल्यूम खरीदारों ने भी आकर्षित किया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 3,000 करोड़ रुपये की डबज़नेस इन्क्वायरी हुई। खरीदार संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, स्वीडन, स्पेन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, हांगकांग, सऊदी अरब, तुर्की, इटली, कनाडा, दक्षिण अफ़्रीका, रूस, ब्राज़ील, मैक्सिको और कई अन्य देशों से आए,” उन्होंने आगे कहा।ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा।
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