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लॉयड ग्रुप ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में शिक्षा मंत्रालय के निर्देशन से विशेष अभियान 3.0 के अनुरूप 'स्वच्छता पखवाड़ा' का हुआ आयोजन |



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के शिक्षा शिक्षा विभाग द्वारा में शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE ) के निर्देशन से 'स्वच्छता पखवाड़ा' का हुआ आयोजन किया गया | स्वच्छ भारत मिशन के 9 साल के उपलक्ष्य में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा 2023 का आयोजन किया जा रहा है। 
विशेष अभियान 3.0 के अनुरूप, शिक्षा मंत्रालय ने स्वच्छता प्रतिज्ञा, पंच प्राण प्रतिज्ञा, स्वच्छता गतिविधियों जैसी गतिविधियों के संचालन के लिए शिक्षक शिक्षा संस्थानों टीईआई द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की है। इसके अलावा शिक्षा मंत्रालय ने सभी क्षेत्रीय कार्यालय के सभी टीईआई को अपने कॉलेज परिसर में कम से कम एक कंपोजिट पिट बनाने का निर्देश दिया है। जिसके अनुपालन में संकाय सदस्यों द्वारा स्वच्छता प्रतिज्ञा के अंतर्गत सामूहिक रूप से सभी जनों द्वारा प्रतिज्ञा ली गयी | "मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा। हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा। मैं न गंदगी करूंगा न किसी और को करने दूंगा।"
कम्पोस्टपिट खाद के लिए खाद्य अवशेष, यार्ड अपशिष्ट और पत्तियां को जमीन में एक गड्ढा में डालकर जैविक सामग्री डाली जाती है जो समय के साथ, ये सामग्रियां खाद में टूट जाती हैं, जो एक समृद्ध, पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी का संशोधन है जिसका उपयोग बगीचों और अन्य क्षेत्रों में मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।संसथान कैंपस में स्वछता पर छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा विशेष ध्यान दिया गया है | इस अभियान में सफाई कर्मचारियों के सार्थक प्रयास की सराहना की गयी और उनका हृदय से सम्मान किया गया | ई-कचरे के प्रबंधन के लिये छात्रों को जागरूक किया गया और कार्यशाला का आयोजन किया गया जो 'स्वच्छता पखवाड़ा' विशेष अभियान 3.0 के अनुरूप कार्य किया गया | ई-कचरा इलेक्ट्रॉनिक-अपशिष्ट घटक, उपभोग्य वस्तुएँ, पुर्जे और पुर्जे शामिल हैं जिसमे जहरीले पदार्थ होते हैं, जो मिट्टी और भूजल को दूषित करते हैं और जीवन तथा स्वास्थ्य को खतरा बठता है ।

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