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केन्द्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एमिटी विश्वविद्यालय में वार्षिक तकनीकी सम्मेलन ‘‘इनफिनिटी 2023’’ का किया शुभारंभ ।



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी बिजनेस स्कूल द्वारा ‘‘भविष्य के व्यापारों के लिए डिजिटल परिवर्तन - उभरती प्रौद्योगिकियां जो विकास और स्थिरता का नेतृत्व करती है’’ विषय पर 6 वें वार्षिक तकनीकी सम्मेलन ‘‘इनफिनिटी 2023’’ का आयोजन एफ ब्लाक सभागार, एमिटी विश्वविद्यालय में किया गया। इस दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ केन्द्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री और केन्द्रीय कौशल विकास एंव उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, बीटी एंड बीटी मैनेजमेंट कंसलटेंसी प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एंव एमडी श्री वी श्रीनिवास राव, लावा इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष डा ऋषि मोहन भटनागर, इकोनॉमिक काउंसिल ऑफ इंडिया के साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ श्री अमित दुबे और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल द्वारा किया गया।सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए और छात्रों के प्रश्नों को जवाब देते हुए कहा कि केन्द्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री और केन्द्रीय कौशल विकास एंव उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सफलता के लिए कोई स्पष्ट रोडमैप नही होता, जीवन में आपको बहुत सारे अवसर प्राप्त होते है आपको उनका चयन करना है और आगे बढ़ना है। अनुभव को साझा करते हुए कहा कि सफल होने के लिए कड़ी मेहनत, दृढं सकंल्प और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास जैसे गुण आवश्यक है। उन्होनंे कहा कि आप स्वतंत्र भारत के इतिहास में छात्रों की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी है क्योकी पिछले 9 वर्षो में भारत सफलता की कहानी बन गया है। सरकार हमारे जीवन में स्थायी बदलाव लाने और हमारे जीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा दृष्टिकोण हमारी नीति निर्माण में सार्वजनिक परामर्श और युवाओं की भागीदारी को शामिल करना है। श्री चंद्रशेखर ने कहा कि हर तकनीक की तरह एआई बहुत अच्छा प्रभाव पैदा करेगा लेकिन अपराधियों द्वारा इसका दुरूउपयोग होने की संभावना हो सकती है इसलिए हमने एक डिजिटल इंडिया अधिनियम तैयार किया है जिसमें हमने एआई सहित सभी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए रूपरेखा तैयार की है। आज 83 करोड़ भारतीय इंटरनेट का उपयोग का रहे है और 2025 तक लगभग 124 करोड़ भारतीय होगें जो इंटरनेट का उपयोग कर रहे होगें इसलिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है वे सभी सोशल मीडिया मंचो पर एआई के दुरूउपयोग से सुरक्षित रहें। उन्होनें कहा कि डीपीडीपी अधिनियम 2023 के साथ हमने घोषणा की है कि हम स्टार्ट अप और कंपनियों को डेटा संग्रहित और संसाधित करने की अनुमति देगें और सुनिश्चित करेगें कि नागरिकों के डेटा सुरक्षा के किसी भी अधिकार का उल्लंघन ना हो। छात्रों को कहा कि आज देश में युवाओं के लिए बड़ी संख्या में अवसर है और उन अवसरों के लिए आपको केवल डिग्री ही नही बल्कि कौशल क्षमताओं की आवश्यकता भी है। चाहे आप एक नियोक्ता हो या एक संभावित स्टार्ट अप, आपके पास ज्ञान और कौशल होना आवश्यक है। उन्होनें छात्रों को अपने कौशल को विकसित प्रतिस्पर्धा में अग्रणी रहने की सलाह दी।एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन छात्रों के ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होते है। हर दिन तकनीकी का विकास हो रहा है पहले हम देखते थे कि किसी भी क्रांति में 100 या 50 वर्ष लगते थे आज हर सप्ताह के नई क्रांति हो रही है। एक तरफ आपके लिए बहुत सारे अवसर है वही दूसरी तरह आपको उन अवसरों को पहचनना भी है और स्वंय के लिए बेहतरीन अवसरों का चयन भी करना है। डा शुक्ला ने सभी को प्रौद्योगिकी का व्यवहारिक ज्ञान रखने की सलाह भी दी। केवल कोरपोरेट में कैरियर बनाने के पीछे ना जाये बल्कि स्वंय के उद्यम प्रारंभ करने पर कार्य करें।बीटी एंड बीटी मैनेजमेंट कंसलटेंसी प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एंव एमडी श्री वी श्रीनिवास राव ने कहा कि अर्थव्यवस्था, औद्योगिक क्रांति पर आधारित होती है। प्रथम औद्योगिक क्रांति स्टीम इंजन पर आधारित थी द्वितीय औद्योगिक क्रांति विद्युत पर और तृतीय औद्योगिक क्रांति जिसमें 70 साल लगे इसमें इलेक्ट्रानिक्स एंव सूचना प्रौद्योगिकी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 20 साल के उपरांत चतुर्थ औद्योगिक क्रांति हुई जिसमें एआई, मशीन लर्निंग, डिजिटज प्रिंटिंग और ब्लाकचेन आदि देशों और व्यापार की चालक बनी। तकनीक आज केवल समर्थक नही रहा बल्कि देशों और व्यापारों की संचालक शक्ति भी है। अगर आप इन औद्योगिक क्रांतियों को नही समझते है तो आप भविष्य के लिए तैयार नही है। देश, उद्योग और व्यापार आज आधुनिक साइबर सिस्टम द्वारा संचालित है। डा राव ने डिजिटल लाइफ के लिए आवश्यक कौशलों की जानकारी प्रदान की।लावा इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष डा ऋषि मोहन भटनागर ने कहा कि अगर आप व्यापार में 18 प्रतिशत ग्लोबल जीडीपी हासिल करने के लिए नवाचार के जरीए देश के अदंर ही उत्पाद को डिजाइन करना होगा और अपने भारतीय मंचो का उपयोग करना होगा। हमें भारतीय डिजाइन स्तर, मंच, कटेंट सामग्री आदि का उपयोग करना होगा जिससे हम आयात पर कम से कम आश्रित हो और हम देश व यहां के लोगों के लिए अधिक ान उत्पन्न कर पायें। उन्होनें छात्रो ंसे कहा कि रोजगार मांगने की बजाय रोजगार प्रदाता बने।
इकोनॉमिक काउंसिल ऑफ इंडिया के साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ श्री अमित दुबे ने कहा कि हम डेटा का उत्पाद है वह डेटा जो बचपन से स्वंय के अंदर भर रहे है। कई सोशियल साइटें है जिनका हम उपयोग करतें है वो हमारे छोटे से छोटे डेटा का संग्रह करती है जिसमें हमारी निजी जानकारी जैसे राजनितिक रूझान, पंसद नापसंद आदि शामिल होती है जिसका उपयोग आपको किसी भी प्रकार का उत्पाद बेचने के लिए बल्कि आपके मस्तिष्क को नियंत्रित करने के लिए करती है। वो आपको इस स्तर तक प्रभावित करती है कि आप उनके अनुसार कार्य करें जो कि खतरनाक है। इसी कारण से चाइनीज एप्लीकेशनों को बैन किया गया था। उन्होनें कहा कि तकनीक का उपयोग करने से पहले उसे जाने और उपयोग पूरी सुरक्षा के साथ करेें।एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी मैनजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने कहा कि यह दशक परिवर्तन और विघ्वंस का है जिसमें दोनों में तकनीक का महत्वपूर्ण योगदान है। परिवर्तन केवल उद्यमों कों संचालन में ही नही बल्कि हर व्यक्ति के जीवन में भी आया है। व्यापार नई प्रौद्योगिकीयों का उपयोग व्यापार को और अधिक बढ़ाने के लिए कर रहे है। इनफिनिटी 2023 सम्मेलन का आयोजन प्रौद्योगिकी के शक्ति और महत्व की जानकारी प्रदान करने के लिए किया गया है जहंा पर छात्रों को व्यापार में नवीनतम तकनीक का उपयोग की जानकारी प्राप्त होगी।इस सम्मेलन के अंर्तगत प्रथम दिन आयोजित तकनीकी सत्रों के अंर्तगत प्रथम तकनीक सत्र ‘‘ उभरती प्रौद्योगिकियों का प्रभाव: डिजिटल सफलता और स्थिरता को बढ़ावा’’ पर आयोजित किया गया जिसमें एटी एंड टी ग्लोबल नेटवर्क सर्विसेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री अरूण कारना, मिंडा कोरपोरेशन के अध्यक्ष श्री संजय गुप्ता, फिनटेक एंड ब्लाकचेन एसोसिएशन के सहसंस्थापक श्री सौरव कुमार, एम्स दिल्ली के मेडिकल इर्न्फोमेटिक्स के प्रमुख डा सुशील के मेहर आदि ने अपने विचार रखे। इसके उपरंात ‘‘भविष्य को उत्प्रेरित करना - व्यवसाय परिवर्तन में जेनेरेटिव एआई की शक्ति’’ और साइबर सुरक्षा का प्रबंधन - मशीन लर्निंग और डाटा साइंस की भूमिका’’ पर भी परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया।

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