नई दिल्ली - एनईसी, बर्मिंघम, यूनाइटेड किंगडम में आयोजित ऑटम फेयर इंटरनेशनल, 2023 में ईपीसीएच इंडिया पवेलियन की शुरुआत यूके में भारत के महावाणिज्य दूतावास, बर्मिंघम के काउंसल जनरल डॉ. शशांक विक्रम की गरिमामयी उपस्थिति में 5 सितंबर'2023, को हुई। इस अवसर पर सदस्य प्रदर्शकों भी उपस्थित रहे। यह मेला 03 से 06 सितंबर 2023 तक आयोजित किया जा रहा है । हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर.के. वर्मा ने जानकारी दी कि भारत के पास ऑटम फेयर इंटरनेशनल, बर्मिंघम, यूनाइटेड किंगडम जैसे बड़े मंच पर अपनी अद्वितीय विविधता, समृद्ध संस्कृति और कला और शिल्प की लंबी परंपरा को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर है। उन्होंने कहा कि परिषद ने देश के विभिन्न हिस्सों से सदस्य निर्यातकों की सदस्य भागीदारी का आयोजन किया है।
यूके में भारत के महावाणिज्य दूतावास, बर्मिंघम के काउंसल जनरल डॉ. शशांक विक्रम ने उद्घाटन करते हुए भारतीय हस्तशिल्प को विश्व बाजारों में लाने और देश से हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने के लिए परिषद के निरंतर प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सदस्य प्रतिभागियों के साथ भी बातचीत की और भविष्य के व्यापार प्रचार में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।ईपीसीएच के चेयरमैन श्री दिलीप बैद ने कहा कि परिषद नियमित रूप से बर्मिंघम में ऑटम फेयर इंटरनेशनल में प्रदर्शन करती है, जो यूके के बाजार की बहुमुखी प्रतिभा के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इस संस्करण में, ईपीसीएच के 19 सदस्य निर्यातक ईपीसीएच इंडिया पवेलियन के तहत भाग ले रहे हैं, जो होम डेकोरेटिव और एक्सेसरीज, फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज, क्रिसमस डेकोरेटिव होम टेक्सटाइल और फर्निशिंग, हस्तशिल्प और उपहार, हस्तनिर्मित चमड़े के उत्पाद और फर्नीचर और बरतन आदि का प्रदर्शन कर रहे हैं। ऑटम फेयर इंटरनेशनल 52000 वर्ग मीटर में फैला एक बी2बी मेला है। इसमें बड़ी संख्या में करीब 25000 से ज्यादा, आगंतुक पूरे यूके, यूरोप और दुनिया भर से आते हैं I ईपीसीएच इंडिया पवेलियन में आने वाले दर्शकों, आगंतुकों ने भारत के हस्तशिल्प कौशल की सराहना की। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर.के.वर्मा ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम दुनिया के प्रमुख बाजारों में से एक है और इसमें हस्तकला और उपहार की वस्तुओं की व्यापक संभावना है। स्प्रिंग संस्करण में भारत की भागीदारी मेले की जीवंतता और विविधता को बढ़ाएगी, साथ ही वैश्विक निर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों को भारतीय कपड़ा, होम फर्निशिंग और उपभोक्ता उत्पाद उद्योगों में मजबूत उद्यमिता से परिचित कराएगी, जिससे भारत से सोर्सिंग के अवसर खुलेंगे।ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और। होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30,019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा।
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