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समाजसेवी रंजन तोमर की आरटीआई पर भारतीय राजदूत , कीव का जवाब

 
मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
नोएडा - यूक्रेन और रूस में चल रहे भीषण युद्ध और वहां पढ़ रहे भारतियों का वहां से भारत वापस लाने  की तसवीरें आज भी सभी देशवासियों के ज़ेहन में ताज़ा हैं , युद्ध आज भी चल रहा है एक आरटीआई के तहत   अब भी 12 हज़ार के करीब  छात्र आज भी यूक्रेन में  पढाई कर रहे हैं , यह जानकारी भारत के यूक्रेन की राजधानी कीव में भारत के राजदूत के जनसूचना अधिकारी संजय कुमार देव ने शहर के समाजसेवी रंजन तोमर को दी है।  
यूक्रेन की मेडिकल डिग्री है बड़ी वजह यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बावजूद भारतीय छात्र सबसे बड़ी संख्या में यूक्रेन में पढ़ रहे हैं , इसका मुख्य कारण वहां की मेडिकल डिग्री है जो यूरोप ,अमेरिका समेत दुनिया के ज़्यादातर क्षेत्रों में मान्य है , इसके आलावा यूक्रेन से  पढ़ने के बाद यूरोप में भी आसानी से वीज़ा एवं नौकरी की गुंजाईश बढ़ने की बात विशेषज्ञ बताते हैं। खतरा नहीं टला , कहीं फिर सरकार न हो जाए दोषी 
समाजसेवी रंजन तोमर का कहना है  की इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का  यूक्रेन में पढ़ना खतरे से खाली नहीं , कहीं युद्ध और भीषण हुआ तो अचानक भारतियों को निकालने में परेशानी होगी , ऐसे में उनके माता पिता को उनकी चिंता होनी चाहिए , फिर सरकार को भी दोषी ठहराया जाया जायेगा , लेकिन कहीं न कहीं भारतियों को फिलहाल , जबतक युद्ध जारी है अन्य शिक्षा के केंद्र तलाशने चाहियें।  

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