*यज्ञोपवीत के त्रिसूत्र ऋषि,देव और पितृ ऋणों के प्रतीक- महेन्द्र भाई*
*संस्कारित युवा ही देश का भाग्य बदलेंगे -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य*
गौतमबुद्धनगर ।केन्द्रीय आर्य युवक परिषद, पतंजलि योग समिति एवं वेलनेस सेन्टर तथा आर्य समाज गोविंदपुरम के तत्वावधान में महंत स्वामी जीवनऋषि जी महाराज के सानिध्य में प्राचीन सिद्धपीठ श्री बालाजी मनोकामना धाम मन्दिर,मधुबन बापूधाम गाजियाबाद में आचार्य महेन्द्र भाई के ब्रह्मत्व में यज्ञ संपन्न हुआ। रक्षा बंधन के पावन अवसर पर बच्चों को यज्ञोपवीत धारण कराए गए। उन्होंने कहा कि यज्ञोपवीत ज्ञान ग्रहण करने का बाह्य चिह्न है। इसीलिए इस समय जिन लोगों ने यज्ञोपवीत नहीं धारण किया हुआ है, उन्हें नया यज्ञोपवीत धारण करना चाहिए। अर्थात इस बात का संकल्प करना चाहिए कि वे अज्ञान,अंधकार से बाहर निकलेंगे और और ज्ञानवान होकर परिवार, समाज,राष्ट्र को प्रकाशित करेंगे। जिन लोगों ने यज्ञोपवीत धारण किया हुआ है,उन्हें पुराने यज्ञोपवीत को उतारकर नया धारण करना चाहिए। अर्थात् इस बात का संकल्प करना चाहिए कि वह अपने जीवन में स्वाध्याय और यज्ञ को कभी नहीं छोडेंगे। विशेषकर यज्ञोपवीत में तीन धागे होते है वे तीन ऋणों के प्रतीक है। ऋषि ऋण,देव ऋण,पितृ ऋण। मनुष्य को इन तीनों ऋणों का बोध हो यही उद्देश्य है।मुख्य अतिथि अनिल आर्य, (राष्ट्रीय अध्यक्ष,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद) ने कहा कि यह चरित्रवान व संस्कार वान युवा ही देश के भाग्य का निर्माण करेंगे।किसी भी राष्ट्र का भविष्य उसके युवाओं पर ही निर्भर करता है। इस माध्यम से परिषद नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सदैव अग्रसर है।महंत स्वामी जीवनऋषि जी महाराज ने कहा कि आज राष्ट्र विषम परिस्थितियों से निकल रहा है उन चुनौतियों का मुकाबला युवा ही करेंगे।उन्होंने कहा युवाओं को संस्कारित करने का कार्य आगे भी करते रहेंगे।पतंजलि योग समिति एवं वेलनेस सेंटर के योग शिक्षकों सर्वश्री निरंजन सिंह जिला प्रभारी एवं रामोतार आर्य ने बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए सर्वरोग निवारण शिविर में योगाभ्यास कराये और उनके लाभों की चर्चा की।प्रांतीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने ईश भक्ति गीत सुनाया और मंच का संचालन किया।संयोजक त्रिलोक शास्त्री ने धन्यवाद ज्ञापित किया।विशेष आमंत्रित श्री वीके धामा ने श्री कृष्ण के पावन चरित्र पर प्रकाश डाला।शांतिपाठ प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री प्रदीप आर्य,सतपाल, बिजन्दर त्यागी,रवि राज,रोहतास सिंह,कार्तिक,त्जितेंद्र सिंह,आशू शर्मा जी,प्रमोद कुमार,महेश चौधरी,तेजस पटेल, रजत पटेल एवं पूनम आदि उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ