गौतमबुद्धनगर।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय नारायण तातु राणे यूनियन मिनिस्टर सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार ने अपने कर कमलों ले गलगोटिया विश्वविद्यालय के विजयी विद्यार्थियों की टीम को प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिये ट्राफ़ी प्रदान की। यू० पी० इन्टरनेशनल ट्रेड शो में प्रदर्शित गलगोटियाज विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित “चन्द्रायन-3 का मॉडल” सभी के लिये अंतिम दिन तक बना रहा आकर्षण का केन्द्र। “चन्द्रायन-3 के मॉडल” ने सभी के ह्रदय में अपना एक अलग से ही स्थान बनाया था। इस इन्टरनेशनल ट्रेड शो में लगभग 300 ब्राँड के साथ 2000 से ज़्यादा एक्जिबीटर्स हिस्सा लिया था। जिसमें द्वितीय तल पर हाल नम्बर 8 में गलगोटिया विश्वविद्यालय का स्टाल भी लगा हुआ था। यहाँ पर विद्यार्थियों ने अपने उच्च गुणवत्ता पूर्ण प्रोडक्टों का निर्माण करके अपनी शानदार प्रतिभा और अपने बेजोड़ कौशल का प्रदर्शन किया था। इसीलिए आज उनको इस (यू० पी० इन्टरनेशनल ट्रेड शो) में प्रथम स्थान प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। विद्यार्थियों ने कई प्रकार के महत्वपूर्ण उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी थी। इन उत्कृष्ट उत्पादों में टार्टअप प्रोडक्टस की बात करें तो शोभित अग्रवाल, तरुण सात्यकी और शैलवी गुप्ता द्वारा स्थापित, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में एक सामूहिक पृष्ठभूमि और भारत में विनिर्माण के लिए एक साझा प्रयास उन्होंने किया है। प्रिंस राणा, मयंक, हर्षित, वंशिका और वर्णिका की टीम ने शुद्ध आयुर्वेद पद्धति पर आधारित बहुत ही स्वादिष्ट, शारीरिक थकान को हटाकर ऊर्जा प्रदान करने वाला “ रिफ़्रेशमैंट ड्रिंक” के नाम से एक पेय पदार्थ का निर्माण किया गया। जिसमें तुलसी, नींबू, अदरक और पाचन तंत्र को इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ाने वाले अनेक प्रकार के आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया गया है।
विद्यार्थियों की इस महान उपलब्धि पर पूरे विश्वविद्यालय में एक ख़ुशी की लहर है।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के चॉसलर सुनील गलगोटिया ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि जीवन में कठिन परिश्रम और अनुशासन दोनों ही सफलता के दरवाज़ों को खोलने में सहायक हैं। आपन सदैव अपनी एक इनोवेटिव सोच के साथ आगे बढते रहना है। गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की और विद्यार्थियों के टीम-वर्क की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस अपार सफलता के लिये आप सभी बँधायी के पात्र हैं। आगे भी आपने ऐसे ही मिलकर नये से नये आयामों की संरचना करनी है।
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