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अर्जेटीना के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी दौरा ।




ब्यूनस आयर्स विश्वविद्यालय और एमिटी के मध्य शैक्षणिक सहयोग समझौते पर हुआ हस्ताक्षर
मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण व शोध गुणवत्ता से प्रभावित होकर अर्जेटीना के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज एमिटी का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में अर्जेटीना नेशनल इंटरयूनिवर्सिटी कांउसिल के अध्यक्ष एवं सैन मार्टिन विश्वविद्यालय के रेक्टर श्री कारलोस ग्रेको, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ द नार्थईस्ट ऑफ बु्रनो के रेक्टर श्री गुइलेर्मो टैमारिट और भारत में अर्जेटीना दूतावास के राजनैतिक विभाग की प्रमुख सुश्री सेसिला सिलबरबर्ग शामिल थी। इस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत एमिटी ग्रूप्‌ वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह, एमिटी फूड एग्रीकल्चर फांउडेशन की महानिदेशक डा नूतन कौशिक द्वारा किया गया।इस अवसर पर अर्जेटीना के ब्यूनस आयर्स विश्वविद्यालय के द स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर और एमिटी विश्वविद्यालय एवं संस्थान के मध्य कृषि एवं अन्य क्षेत्रों में आपसी शैक्षणिक सहयोग विकसित करने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौता पत्र पर एमिटी ग्रूप्‌ वाइस चंासलर डा गुरिंदर सिंह और अर्जेटीना के ब्यूनस आयर्स विश्वविद्यालय के द स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर की डीन डा एड्रियाना एम रोड्रिग्ज ने हस्ताक्षर किये। इस समझौते पत्र के अंर्तगत छात्रों की गतिशीलता या आवागमन को बढ़ावा देने, संयुक्त अनुसंधान करने, अल्पकालिक विजिटर प्रोफेसरों के अवागमन, आपसी हितों के मामले में संयुक्त अध्ययन व परियोजनाओं का संचालन करने, पाठयक्रम, शैक्षिक सामग्री और अनुसंधान परिणामों को साझा करने समर व इंर्टनशिप कार्यक्रम को बढ़ावा देने का कार्य करेगें।अर्जेटीना नेशनल इंटरयूनिवर्सिटी कांउसिल के अध्यक्ष एवं सैन मार्टिन विश्वविद्यालय के रेक्टर श्री कारलोस ग्रेको ने संबोधित करते हुए कहा कि आज एमिटी में आकर बेहद प्रसन्नता हुई और मिलकर आपसी सहयोग के क्षेत्रों को मजबूती प्रदान करेगें जिससे दोनों देशों व संस्थानों के विकास में सहायता मिलेगी। उन्होनें एमिटी के छात्रो ंको आंमत्रित करते हुए नैनोतकनीकी, बायोतकनीकी, सहित इंजिनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य करने पर जोर दिया।नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ द नार्थईस्ट ऑफ बु्रनो के रेक्टर श्री गुइलेर्मो टैमारिट ने कहा कि आज हमें प्रख्यात एमिटी शिक्षण समूह के साथ सहयोग करके अच्छा लग रहा है। सामजिक अखंडता, गतिशीलता और इतिहास हमारे देश को मुख्य भाग है। संस्थानों के मध्य इस तरह के आपसी सहयोग दोनो संस्थानों के छात्रों के विकास में अवश्य सहायक होगी। हम सहयोग की संभावनाओं पर विचार कर रहे है।एमिटी ग्रूप्‌ वाइस चंासलर डा गुरिंदर सिंह ने अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी छात्रों को वैश्विक नागरिक बनाने के लिए वैश्विक अनावारण प्रदान करता है जिससे छात्रों को विकास के समान अवसर प्राप्त हो। वर्तमान बदलते वैश्विक परिवेश में शिक्षण संस्थानों का आपसी सहयोग अनिवार्य है जिससे छात्रों का सर्वागीण विकास संभव है। डा सिंह ने एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठयक्रमों, शोध कार्यक्रमों आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान की।एमिटी फूड एग्रीकल्चर फांउडेशन की महानिदेशक डा नूतन कौशिक ने संबोधित करते हुए कहा कि इस समझौते पत्र के अंर्तगत हम ब्यूनस आयर्स विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में शोध व नवाचार के कार्य को करेगें। डा कौशिक ने कहा कि इस आपसी सहयोग से शौधार्थियों और छात्रों को शोध के नये अवसर प्राप्त होगें।इस अवसर पर भारत में अर्जेटीना दूतावास के राजनैतिक विभाग की प्रमुख सुश्री सेसिला सिलबरबर्ग, अर्जेटीना के ब्यूनस आयर्स विश्वविद्यालय के द स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर की डीन डा एड्रियाना एम रोड्रिग्ज (ऑनलाइन) आदि ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के हैल्थ एंड एलाइड सांइस के डीन डा बी सी दास, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा ए के सिंह उपस्थित थे।

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