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ईपीसीएच ने "हस्तशिल्प स्टोन उत्पादों की उन्नत पैकेजिंग" पर 09 सितंबर, 2023 शनिवार को आगरा में एक वर्कशॉप आयोजित किया।




मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
उत्तर प्रदेश, 09 सितंबर, 2023- हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद ने 09 सितंबर, 2023 (शनिवार) को आगरा में "हस्तशिल्प स्टोन उत्पादों की उन्नत पैकेजिंग" पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया I इस वर्कशॉप का उद्देश्य इसके प्रतिभागियों को आधुनिक पैकेजिंग रणनीतियों को बताना था ताकि अपने उत्पादों को सस्टेनेबल, एक जगह से दूसरे जगह ले जाने में आसान और ग्राहकों के लिए और उन्नत बना सकेंI ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि इस मौके पर पैकेजिंग सलाहकार एवं पैकेजिंग विशेषज्ञ डॉ. माधब चक्रवर्ती, अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक श्री राजेश रावत के साथ साथ आगरा से 50 से अधिक निर्यातक उपस्थित थे । कार्यकारी निदेशक श्री वर्मा ने कहा कि इस वर्कशॉप का लक्ष्य स्टोन हस्तशिल्प उत्पादों के लिए सस्टेनेबल और देखने में आकर्षक लगने वाली पैकेजिंग के उपायों पर चर्चा करना था I जैसे जैसे दुनिया भर में उपभोक्ता पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों के प्रति जागरूक हो रहे हैं उनकी खरीदारी के निर्णयों को प्रेरित करने में पैकेजिंग का किरदार अहम है I ईपीसीएच हस्तशिल्प उद्योग की मार्केटिंग रणनीति के एक अभिन्न अंग के रूप में पैकेजिंग के महत्व को पहचानता है Iश्री रजत अस्थाना, अध्यक्ष - हस्तशिल्प निर्यातक संघ (एचईए), आगरा ने कहा कि बदलते मार्केटिंग परिदृश्य की ताजा जानकारियों से हमारे हस्तशिल्प निर्यातकों को अवगत कराने और वो पैकेजिंग में आ रहे नए बदलावों को अपना कर प्रतिस्पर्धी बने रहने को लेकर यह वर्कशॉप बहुत महत्वपूर्ण है I यह वर्कशॉप हस्तशिल्प के स्टोन क्षेत्र में निर्यातकों को पैकेजिंग समाधानों के बारे में ज्ञात विकल्प चुनने में सशक्त बनाएगी, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और पर्यावरण पर असर भी कम पड़ेगा Iडॉ. माधब चक्रवर्ती, पैकेजिंग सलाहकार-ईपीसीएच और पैकेजिंग विशेषज्ञ ने प्रतिभागियों को हस्तशिल्प स्टोन उत्पादों के लिए सबसे प्रभावी पैकेजिंग रुझानों और व्यवसायों को अपनी पैकेजिंग को पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए क्या लागू करना चाहिए के बारे में बताया । उन्होंने एक महीने पहले खोजपूर्ण दौरा किया और इस क्लस्टर आधारित निर्यातकों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर विकसित कुछ सुझावात्मक पैकेजिंग प्रोटोटाइप भी साझा किए। ये प्रोटोटाइप पत्थर हस्तशिल्प उत्पादों की अनूठी जरूरतों और जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए थे। प्रोटोटाइप में पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग सामग्री, कलात्मक पैकेजिंग डिजाइन और अभिनव उत्पाद प्रस्तुति शामिल थी।वर्कशॉप कई मायने में इसमें शामिल निर्यातकों के लिए फायदेमंद साबित हुई I इसमें पैकेजिंग तकनीक में व्यावहारिक अनुभव देने, लागत में कटौती और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए नए विचारों को खोजना और पर्यावरण के अनुकूल स्टोन उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना शामिल रहा I प्रतिभागियों ने पैकिजिंग तकनीक, पैकेजिंग विकास और मार्केटिंग से जुड़े कई सवाल पूछे I वक्ताओं ने सभी सवालों के जवाब दिए और निर्यातकों को समाधान दिया और सदस्य निर्यातकों के साथ सकारात्मक बातचीत के साथ यह वर्कशॉप सम्पन्न हुआ.।हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और होम, जीवनशैली, टेक्सटाइल, फर्नीचर और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के उत्पादन में लगे लाखों प्रतिभाशाली कारीगरों और शिल्पकारों के हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाने वाली एक नोडल संस्थान हैI ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने बताया कि साल 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प का कुल निर्यात 30,019.24 करोड़ रुपये  (3,728.47 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ I

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