मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना तहसील के बार संघ हाल में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया उपजिला अधिकारी अरुण कुमार तहसीलदार सतीश चंद बघेल व सभी तहसील कर्मचारियों ने सभागार में आजादी के लिए शहीद हुए वीर जवानों की कुर्बानी को याद किया ।जैसा कि हम सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है, प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए सम्मान और गौरव का दिन है। यह वह दिन है जब हमारे भारत को लगभग 200 वर्षों के ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। तो, वास्तव में ब्रिटिश शासन से ‘स्वतंत्रता’ क्या है? स्वतंत्रता का शाब्दिक अर्थ स्वतंत्रता प्राप्त करना है, भारत के लिए, इसका अर्थ वह दिन है जब राष्ट्र स्वतंत्र हो गया या प्रमुख ब्रिटिश शासन से मुक्त हो गया और स्वतंत्रता प्राप्त कर
स्वतंत्रता के वर्ष, 1947 से वर्तमान वर्ष तक, राष्ट्र खेल, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और सैन्य शक्तियों जैसे प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। अन्य राष्ट्रों के राष्ट्रपति और नेता भी एक लोकतांत्रिक राष्ट्र और उभरते विकसित राष्ट्र के रूप में भारत की प्रसिद्धि और शक्ति के बारे में गर्व से बात करते हैं। आज भारत की सैन्य शक्ति इतनी प्रभावशाली है कि यह दुनिया भर के अन्य देशों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करती है और कोई भी देश सीधे भारत की ओर देखने की हिम्मत नहीं करता है। हमारी भारतीय सेना इतनी बहादुर है कि वह किसी भी आतंकवादी समूह से हमारे देश की रक्षा के लिए लगातार सीमाओं पर लड़ रही है।यह दिन हमें ना केवल आजादी के लिए शहीद हुए वीर सैनिकों की कुर्बानियों को याद दिलाता है, बल्कि वीर स्वतंत्रता सेनानियों और देश के प्रति प्रेम को बढ़ाता है।
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