यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण कार्यालय में आज भारतवर्ष का ७७वाँ स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह द्वारा झंडा रोहण किया गया। झण्डारोहण के पश्चात मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा आज़ादी के अमृतकाल के पंचप्रण यथा १. विकसित भारत का लक्ष्य, २. ग़ुलामी के हर अंश से मुक्ति, ३. अपनी विरासत पर गर्व, ४. एकता और एकजुटता तथा ५. नागरिकों में कर्तव्य की भावना, की शपथ कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई गयी। तत्पश्चात् केंद्रीय विद्यालय ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अन्य बच्चों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीत व डांस का शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में विशेष कार्याधिकारी श्री शैलेंद्र भाटिया द्वारा १७५७ की प्लासी की लड़ाई से संबंधित हिस्टोरिकल मूवमेंट के बारे में बताया गया की किस तरह से ब्रिटिशर्स द्वारा अपने लाभ के लिए भारत में विशेषकर बिहार के चम्पारण में नील की खेती को बलपूर्वक करवाया गया, किसानों का सोषण किया गया। इसी प्रकार से श्री कपिल सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अपने देश के सैनिकों व सांस्कृतिक प्रतीकों का सम्मान करने का आवाहन किया गया तथा अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी पर गर्व करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय द्वारा सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस व आज़ादी के अमृत महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ दी गयी। डॉ सिंह द्वारा कहा गया की आने वाला कालखंड भारत का होगा तथा वर्ष २०२९-३० में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली है। हमे इस लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की २५ वी वर्षगाँठ पर प्राधिकरण कम से कम ५००० करोड़ के मुनाफ़े में होना हमारा लक्ष्य होना चाहिय। आज प्राधिकरण में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है, हम भारत में पहली पॉड टैक्सी बनाने जा रहे हैं। देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइसेज पार्क यमुना प्राधिकरण में बन रहा है, अब देश का पहला सेमी-कंडक्टर पार्क भी यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में बनने पर सहमति हो गयी है यानी हम देश की चार सबसे बड़ी या पहली परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। हमें सभी प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रयास करना चाहिए कि प्राधिकरण के २५ वर्ष होने पर हमारे पास २५ यूनिक परियोजनाएँ हों जो देश में सर्वप्रथम हो, देश का गौरव बढ़ाने वाली होनी चाहिए।
अंत में कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले सभी बच्चों व अध्यापकों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।
0 टिप्पणियाँ