मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर
ग्रेटर नॉएडा स्थित जीएल बजाज कॉलिज में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय सायबर सुरक्षा हैकाथॉन "कवच" 2023 के सॉफ्टवेर संस्करण का भव्य समापन किया गया। आईबी निदेशक तपन कुमार डेका ने देश के पांचों नोडल सेंटर पर प्रतियोगिता के समापन समाहरोह को वर्चुअल संबोधित किया और विजेता टीमों के सदस्यों से बात की। इसके बाद जीएल बजाज कॉलिज में प्रतियोगिता के विजेता टीमों के नाम की घोषणा की गई। वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, मुंबई की टीम स्पार्कड को साइबर अपराधों से सुरक्षा के लिए नागरिक सुरक्षा ऐप के लिए, के० जे० सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सोमल्या विद्याविहार विश्वविद्यालय मुंबई की टीम जाहिर को फंड ट्रेल विश्लेषण उपकरण प्रॉब्लम स्टेटमेंट के लिए थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पटियाला की टीम आरक्षक को जमीनी कर्मियों की निगरानी के लिए उपकरण प्रॉब्लम स्टेटमेंट और गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज उदयपुर की टीम ब्राइट स्पार्क को लोरा के उपयोग का पता लगाना प्रॉब्लम स्टेटमेंट के लिए ज्यूरी मंडल ने विजेता घोषित किया। जीएलबीआईटीएम के निदेशक डॉ० मानस कुमार मिश्रा और जीएलबीसीआरआई के सलाकार एस० पी० मिश्रा, बीपीआरएंडडी डॉo पीo एसo सिंह, नोडल सेंटर हेड डॉo निखिल कांत ने जीतने वाली टीमों को मैडल और एक एक लाख रूपये पुरस्कार के रूप में देकर सम्मानित किया। आपको बता दें कि गृह एवं शिक्षा मंत्रालय की पहल ये प्रतियोगिता पूरे देश में केवल 5 शिक्षण संस्थानों में आयोजित की जा रही थी। जिसमें से नार्थ इंडिया में जीएल बजाज कॉलिज को एक मात्र सॉफ्टवेयर संस्करण के लिए नोडल सेंटर चुना गया था। जहाँ पर देश के 7 राज्यों (महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर-प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक) की 22 टीमों में कुल 150 छात्रों ने भाग लेकर 21वीं सदी की सायबर सुरक्षा से जुडी चुनौतियों से निपटने के लिए (साइबर अपराधों से सुरक्षा के लिए नागरिक सुरक्षा ऐप, फंड ट्रेल विश्लेषण उपकरण, ग्राउंड कार्मिक की निगरानी के लिए उपकरण, लोरा के उपयोग का पता लगाना) जैसे 4 प्रॉब्लम स्टेटमेंट पर लगातार 36 घंटे तक कार्य किया। "कवच" प्रतियोगिता आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए नवीन अवधारणाओं और प्रौद्योगिकी समाधानों की पहचान करने वाला नॉन-स्टॉप साइबर सुरक्षा से जुड़ा एक अनोखा हैकाथॉन था। जिसकी कल्पना कृत्रिम बुद्धिमत्ता, गहन शिक्षण, मशीन लर्निंग, स्वचालन, डेटा और क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में विचारों और रूपरेखा की संकल्पना करने वाले भारत के अभिनव दिमागों को परखने के लिए की गई है। शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल,एआईसीटीई पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (BPR&D) (MHA) और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) (MHA) ने एक साथ मिलकर कवच-2023 को पूर्ण रूप दिया। जीएल बजाज शिक्षण संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने सभी विजेता टीमों को और आयोजन समिति को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
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