खतौली विधायक मदन भैया ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

राजेंद्र चौधरी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स विशेष संवाददाता‌ बागपत।
खतौली विधायक मदन भैया बैंक फोटो
बागपत/लखनऊ. खतौली विधायक मदन भैया ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र। विधायक मदन भैया ने बताया कि जनपद बागपत के गांव सुभानपुर में बांध टूटने से बागपत क्षेत्र व गाजियाबाद लोनी में आई बाढ़ से आम जनता, किसान और ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र के उद्यमियों कें नुकसान का आंकलन करवाकर जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाया जाये। बाढ से बचाव के पुख्ता इंतजाम न होने की वजह से पलायन के लिए विचार कर रहे आम जश। बाढ़ से प्रभावित किसानों और आम जनता के नुकसान की सरकार भरपाई करे। विषय को गंभीरता से लेकर सरकार को कारगर उठाए कदम। भारी वर्षा के कारण यमुना नदी के जलस्तर में हुई बेतहाशा वृद्धि से बागपत के गांव सुभानपुर के पास बांध टूटने से जनपद बागपत एवं ट्रोनिका सिटी सहित लोनी के आसपास के गांव जलमग्न हो गए हैं। जिससे आसपास के गांवों, लोनी कस्बे और टोनिका सिटी वासियों को सड़कों पर खुले आसमान के नीचे दिन रात गुजारने पड रहे हैं। लोनी- ट्रॉनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया में भी कई कई फुट जलभराव की वजह से कारोबार ठप्प हो गया है और यहां तक कि इंडस्ट्रीज में स्थापित मशीनों में भी जलभराव के कारण तकनीकी खराबी से भारी नुकसान से अवगत कराया गया है। जनपद बागपत में सुभानपुर के आसपास एवं जनपद गाजियाबाद में लोनी के आसपास के गांवों में जलभराव की वजह से फसलें नष्ट हो गई हैं जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है और यहां तक की पशुओं के लिए चारे का भी संकट पैदा हो गया है। माना जा रहा है कि सन् 1978 के बाद आई इस भयंकर बाढ़ की वजह से जनपद बागपत की सीमान्तर्गत आने वाले दर्जनों गांव एवं लोनी क्षेत्र के गांवों में निवास करने वाले लोग तो भयभीत हैं ही यहां तक की ट्रॉनिका सिटी इंडस्ट्रियल क्षेत्र के कारोबारी भी भविष्य में आने वाली ऐसी बाढ़ रुपी प्राकृतिक आपदा से भय ग्रस्त नजर आ रहे हैं। कुछ लोगों ने मुझसे मिलकर अवगत कराया कि ट्रॉनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया के उद्यमियों में इस बात की विशेष चर्चा है कि भविष्य में भी दिल्ली को बचाने के लिए ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से जूझ सकता है। यही वह कारण है जिसकी वजह से ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र का उद्यमी भविष्य के खतरे के मद्देनजर ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र से पलायन करने की चर्चा करता नजर आ रहा है। ऐसे में उद्यमी इस बात से भी चिंतित नजर आ रहे हैं कि जब लोनी क्षेत्र के उस मंडोला गांव के किसानों की बात आज तक नहीं सुनी गई जिस मंडोला गांव में सरकार की सहयोगी आरएसएस जैसे संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी निवास करते हैं और जिस मंडोला गांव में भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों का भी आमतौर पर आवागमन लगा रहता है। जैसा की सर्वविदित है की मंडोला की किसान नए भूमि अधिग्रहण बिल के अनुसार मुआवजा देने जैसी जायज मांगों के लिए 6-7 वर्षों से अनवरत आंदोलन कर रहे हैं। जबकि आमतौर पर सत्ता से जुड़े संगठन के किसी नेता के पैत्रक गांव के निवासियों को आमतौर पर उनकी समस्याओं के निस्तारण का और विकास का लाभ प्राप्त होना स्वाभाविक है। ऐसे में मंडोला जैसे गांव के किसानों की आवाज को भी अनसुना और अनदेखा किये जाने से लोग सशंकित हैं। यह दूसरा विषय है कि मंडोला के किसानों की मांगों को सरकार में किस स्तर पर उठाया गया है ? लेकिन यमुना नदी में आई बाढ़ रुपी प्राकृतिक आपदा ने एक संदेश अवश्य दे दिया है कि जहां किसानों की जमीन अधिग्रहण करके लाखों लोगों को बसाने की आवासीय योजना की तैयारी है अगर वहां यमुना नदी पर बांध को पक्का, मजबूत और ऊंचा नहीं किया गया और इसके अतिरिक्त बांध के निकट होने वाले अवैध खनन को नहीं रोका गया तो भविष्य में भयंकर बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा के भीषण परिणाम हो सकते हैं। जिससे बड़े स्तर पर जनधन की हानि होने की संभावना से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन इसमें यह अति महत्वपूर्ण है कि यमुना नदी पर बने बांध को कमजोर करने के कारणों पर भी गंभीरता से गौर फरमाना नितांत आवश्यक है जिनमें एक अहम कारण अवैध खनन माना जा रहा है। क्योंकि यमुना नदी किनारे स्थित गांवों में अवैध खनन की शिकायतें आम हैं। लोनी और बागपत क्षेत्र में अवैध खनन की खबरें अनेकों बार मीडिया में प्रचारित प्रसारित होने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा संज्ञान न लिया जाना संदिग्ध प्रतीत होता है। आपसे जनहित में अनुरोध है कि जनपद बागपत क्षेत्र और जनपद गाजियाबाद के यमुना नदी किनारे बसे लोनी क्षेत्र के गांवों में बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा हेतु बांध को और ऊंचा,पक्का एवं मजबूत करने के आदेश पारित करने का कष्ट करें। यमुना नदी के बांध को नुकसान पहुंचाने वाले अवैध खनन माफियाओं को भी प्रतिबंधित करने हेतु सख्त आदेश पारित किए जाएं जो जन जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं को सरकार को आर्थिक क्षति पहुंचाने का काम कर रहे हैं ताकि लोनी-ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र के उद्यमियों को पलायन करने जैसी किसी भी संभावना पर ब्रेक लगाया जा सके और उद्यमी व आम जनता बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित महसूस कर सकें। अवैध खनन माफियाओं की वजह से बांध कमजोर होने की शिकायतों की भी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। बाढ़ की वजह से जनपद गाजियाबाद एवं बागपत क्षेत्र के किसानों की फसल और मकानों में हुए नुकसान की भरपाई हेतु आदेश पारित करने का कष्ट करें। लोनी क्षेत्र के सिरोरा सलेमपुर गांव के पास हो रहे पुल निर्माण की वजह से जलकुंभी और अन्य खरपतवारों से जल प्रवाह अवरुद्ध होने से भी आसपास की हजारों बीघा जमीन हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने से जलमग्न हो गई है जिससे किसानों की धान की खेती के हुए भारी नुकसान की भी भरपाई कराई जाए। इसके अतिरिक्त विगत 6-7 वर्षों से मंडोला एवं आसपास के गांवों के किसानों के अनवरत चल रहे धरने के मामले में किसानों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए। वर्षों से अनवरत आंदोलनरत इन किसानों की मांगों के निस्तारण हेतु उच्च स्तरीय समिति के गठन का आदेश पारित करने का कष्ट करें।
सादर,
भवदीय

(मदन भैया)
विधायक

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ