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उपजाऊ और क्रषि भूमि पर जल्द लगेगा ग्रहण, न्यू नोएडा की तैयारी हुई पुरी !

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।
दादरी। जल्दी ही बसना शुरू हो जाएगा नया शहर न्यू नोएडा, तैयार हो रहा है नक्शा
 ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के दादरी, बुलंदशहर व गाजियाबाद के 87 गांवों की जमीन पर बसने वाला नया शहर न्यू नोएडा जल्दी ही बसना शुरू हो जाएगा। शहर बसने से हजारों एकड़ हरियाली और उपजाऊ भूमि पर जल्दी ही ग्रहण लगेगा। न्यू नोएडा (New Noida) का पूरा नक्शा (मास्टर प्लान) लगातार तैयार किया जा रहा है।
 ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के दादरी, बुलंदशहर व गाजियाबाद के 87 गांवों की जमीन पर बसने वाला नया शहर न्यू नोएडा जल्दी ही बसना शुरू हो जाएगा। न्यू नोएडा (New Noida) का पूरा नक्शा (मास्टर प्लान) लगातार तैयार किया जा रहा है। मास्टर प्लान तैयार होते ही न्यू नोएडा (New Noida) को बसाने का सपना हकीकत में साकार हो जाएगा।जैसा कि फ्यूचर लाइन टाईम्स ने पहले ही बता चुका है कि दादरी शहर के आसपास नया शहर न्यू नोएडा बसाया जाना है। NCR में भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए तथा नोएडा में जमीन की कमी हो जाने के कारण इस नए शहर की आवश्यकता महसूस हो गई है। न्यू नोएडा (New Noida) के नाम से बसने वाला शहर 87 गांवों के किसानों भूमि अधिग्रहित करके स्थापित किया जाएगा। इस शहर की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण के पास ही रहेगी। शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण के नवनियुक्त CEO डा. लोकेश एम. के सामने न्यू नोएडा के प्रस्तावित मास्टर प्लान का प्रस्तुतिकरण (प्रजेंटेशन) किया गया। यह प्रजेंटेशन नोएडा प्राधिकरण की चीफ आर्किटैक्टर टाऊनप्लानर श्रीमती लीनू सहगल ने किया। श्रीमती सहगल ने नए CEO डा. लोकेश एम. को बताया कि नई दिल्ली में स्थित स्कूल आफ प्लाइनिंग एंड आर्किटैक्ट (SPA) द्वारा मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार किया गया है।इस ड्राफ्ट में अभी भी ढेर सारी खामियां रह गई हैं। सभी खामियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण के CEO डा. लोकेश एम. ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि न्यू नोएडा के मास्टर प्लान को जनहितैषी बनाने की आवश्यकता है। साथ ही लैंड यूज को प्लान में पूरी तरह स्पष्ट करके दर्शाया जाना भी बहुत जरुरी है। सरकार को भी चिंतन करना चाहिए जहां बंजर और बेकार जमीन है वहीं पर ही कालोनियां एवं कम्पनी एरिया भी को विकसित किया जाए ना कि हरियाली या उपजाऊ जमीन को ही बर्बाद किया जाये। उजड़ते हरे भरे गांव,बस्ते कांक्रीट के शहर राष्ट्र के लिए घातक है क्योंकि भारत देश गांवों में ही बस्ता ना की शहर में।

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