सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह फोटो
ग्रेटर नोएडा। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण को घाटे से उबार ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह का कार्यकाल एक बार फिर बढ़ा दिया गया है। शुक्रवार को शासन ने यह आदेश जारी किया है। राज्य सरकार की ओर से औद्योगिक अवस्थापना आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने यह आदेश जारी किया है। इस बार डॉक्टर अरुणवीर सिंह का कार्यकाल दिसंबर 2023 तक बढ़ाया गया है। आपको बता दें कि राज्य सरकार ने चौथी बार अरुणवीर सिंह को पुनः सेवा योजित किया है। इस आदेश के मुताबिक अरुणवीर सिंह यमुना अथॉरिटी के साथ-साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ भी रहेंगे। जेवर में बनाए जा रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की स्थापना में डॉक्टर अरुणवीर सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को परवान चढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बार-बार अरुण वीर सिंह पर भरोसा जताया है। यही वजह है कि सेवानिवृत्ति के बावजूद उन्हें चौथी मर्तबा राज्य सरकार ने सेवा योजित किया है। इससे पहले तीन बार डॉक्टर अरुणवीर सिंह का कार्यकाल एक-एक वर्ष के लिए बढ़ाया जा चुका है। डॉक्टर रणवीर सिंह को जुलाई 2016 में यमुना अथॉरिटी का सीईओ बनाकर भेजा गया था। जिस वक़्त अरुणवीर सिंह ने प्राधिकरण की कमान संभाली थी, यह निकाय भारी भरकम कर्ज़ में दबा हुआ था। ख़राब हालात का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्राधिकरण ने बैंकों से कर्ज़ मांगा तो किसी भी बैंक ने कर्ज़ नहीं दिया था। प्राधिकरण में तैनात तमाम अधिकारी और कर्मचारी यहां से तबादला लेकर जाना चाहते थे। यमुना प्राधिकरण को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में समाहित करने की चर्चाएं ज़ोर शोर से चल रही थीं तब यमुना प्राधिकरण बहुत लंबे समय तक नुकसान में चल रहा था। अब इस प्राधिकरण में पिछले वित्त वर्ष में 460 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफ़ा कमाया है।
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