जीएनआई ओ टी संस्थान द्वारा एक सप्ताह के ओरिएंटेशन प्रोग्राम मेराकी-2023 के अंतर्गत दिल्ली भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गयाI



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतम बुध नगर 

गौतम बुध नगर जीएनआई ओ टी प्रबंधन अध्ययन संस्थान द्वारा आयोजित  एक  सप्ताह   के ओरिएंटेशन प्रोग्राम मेराकी-2023 के अंतर्गत दिल्ली भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गयाI  इस क्रम में  सप्ताह के दूसरे दिन, देश की राजधानी दिल्ली  स्थित भारतीय स्थापत्य कला  के प्रमाण  को परिलक्षित करने वाले अक्षरधाम मंदिर भ्रमण का आयोजन किया गयाI  जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान अपनी सभी  नवागंतुक छात्रों के लिए इस एक दिवसीय भ्रमण का आयोजन इस उद्देश्य से किया कि सभी छात्र अपने नए  स्थान एवं उससे जुड़ी हुई विशेषताओं के बारे में बहुत भली भाति से परिचित हो सकेंI  इसके साथ साथ नवागंतुक छात्रों के  व्यवहारिक स्थिति में उत्पन्न होने वाले अनेकों कौतूहल को समझने और सामूहिक तौर पर एक दूसरे से तालमेल बिठाने के हिसाब से भी आयोजित किया गया थाI  जहां सभी छात्र छात्रा एक दूसरे को समझ सके और इस तरीके  की यात्राओं से  बहुत ही दृढ़ता से आपसी सहयोग एवं मित्रता को स्थापित  कर सकेI 
 संस्थान के द्वारा इस भ्रमण के दौरान सभी छात्र छात्राओं को दिशानिर्देशों को पालन करते हुएI  5  बस  के   द्वारा  अक्षरधाम तक भेजा गयाI  जिसमें उनके सहयोग एवं इस भ्रमण के दौरान उनको वहां के वास्तु कला एवं भारत के वैभवशाली इतिहास से परिचय कराने के लिए मंदिर परिसर के कर्मचारियों के सहयोग से बहुत ही प्रभावशाली ढंग से दर्शन एवं भ्रमण कराया जा सकाI  इस दौरान छात्र-छात्राओं के सहयोग के लिए संस्थान की तरफ से भी प्राध्यापकों की भी एक टोली एवं कर्मचारियों सहित उपस्थित रहेI  पूरे भ्रमण के दौरान छात्रों का उत्साह देखने लायक था जहां पर उन्होंने अपनी ही भारतीय  परिवेश एवं विविधताओं का अन्वेषण कियाI  इस अवसर पर  संस्थान के निदेशक ने छात्रों को दिल्ली जाने से पूर्व अपने संबोधन में वहां की व्यवस्थाओं आपसी सामंजस्य एवं मित्रता के  भाव को स्थापित करने के लिए  किए गए प्रयास को साझा कियाI  उन्होंने छात्र-छात्राओं से समग्र विकास हेतु इस तरीके के यात्राओं के प्रभाव को भी बहुत ही दृढ़ता से साझा कियाI  उन्होंने कहा कि इस तरीके की अल्पकालिक यात्राएं ना ही छात्रों को आपस में परस्पर संवाद स्थापित करने के लिए सहायक होती हैं  और आसपास के वातावरण को समझने में भी बहुत ही कारगर होती हैंI  इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखकर इस तरीके की यात्रा का आयोजन किया गयाIइस संपूर्ण भ्रमण के संयोजक डॉ प्रदीप वर्मा एवं प्रोफेसर दिव्यांशु रहे,  उनके सहयोग के लिए संस्थान से डॉक्टर  रुचि  , डॉ सतीश,, प्रोफेसर मुदित,  डॉक्टर निशांत,   प्रोफेसर गौरी, डॉक्टर अंशिका, डॉक्टर मेघना,  प्रोफ़ेसर रानू,  डॉ अजय डॉ पूजा  एवं अन्य सहयोगी स्टाफ आदि उपस्थित रहेI

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