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विद्युत विभाग के एक जूनियर इंजीनियर प्रवीण कुमार चौहान की अथाह सम्पत्ति का हुआ खुलासा, सम्पत्ति मे करोड़ो की कोठी सहित कई लग्ज़री गाड़ियां हैं शामिल।






राजेंद्र नगर सैक्टर 02 जैसे पॉश इलाके मे अवर अभियंता प्रवीण कुमार द्वारा बनवाई जा रही है करोड़ों की कोठी, इनोवा क्रिस्टा, स्विफ्ट डिज़ायर जैसी लग्ज़री गाड़ियों मे करते हैं सफर

पंकज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गाजियाबाद 
गाजियाबाद:-उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आए दिन सरकारी विभागों मे तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों की आय से अधिक संपत्ति होने के कई मामले प्रकाश मे आते रहते हैं। अभी हाल ही मे मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल मे पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर (संविदा) हेमा मीणा के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई छापेमारी की कार्यवाही मे सात करोड़ से अधिक की सम्पत्ति का खुलासा किया गया जिसे उन्होंने अपनी सात वर्षों की सर्विस के दौरान अर्जित किया था, जबकि असिस्टेंट इंजीनियर की मासिक तनख्वाह मात्र तीस हजार रुपये थी। इसी प्रकार के अनगिनत मामले मौजूद हैं जिनमे कई अधिकारियों के पास उनकी आय से अधिक सम्पत्ति पाई गई। 
इसी क्रम मे पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (गाजियाबाद) डिवीजन 4 के राजेन्द्र नगर बिजली घर पर जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात प्रवीण कुमार चौहान का आय से अधिक सम्पत्ति होने का मामला प्रकाश मे आया है। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद गाज़ियाबाद के साहिबाबाद स्थित पॉश कॉलोनी राजेंद्र नगर के सैक्टर 02 स्थित प्लॉट संख्या 3/191 पर 40 से 50 हज़ार रुपयों की तनख्वाह पाने वाले जूनियर इंजीनियर प्रवीण कुमार चौहान द्वारा 200 वर्ग मीटर के भूखंड पर तीन माले की एक आलीशान कोठी का निर्माण करवाया जा रहा है। कई प्रॉपर्टी डीलरों से बात करने पर पता चला है कि उक्त भूखंड और उस पर हो रहे आलीशान निर्माण की अनुमानित लागत लगभग 6 करोड़ से अधिक की है। इसके अतिरिक्त जूनियर इंजीनियर प्रवीण कुमार चौहान को लग्ज़री गाड़ियों का भी काफी शौक है, उनके पास लाखों रुपयों की कई गाड़ियां मौजूद हैं जिनमे इनोवा क्रिस्टा व स्विफ्ट डिज़ायर प्रमुख हैं। और तो और 40 से 50 हज़ार रुपयों की तनख्वाह पाने वाले इस इंजीनियर ने अपना एक पर्सनल ड्राइवर तक रखा हुआ है जिसे सूचनानुसार 15 हज़ार रुपयों का मासिक वेतन प्रवीण कुमार चौहान द्वारा दिया जा रहा है। यहां ताज्जुब तो यह है कि सरकारी विभागों मे तैनात कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं और रहे हैं जिन्होंने बर्षों के अपने सेवाकाल मे एक चार पहिया वाहन नही खरीद पाए। अभी कुछ दिनों पूर्व गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण मे तैनात रहे सेवानिवृत्त अवर अभियंता द्वारा उनकी पत्नी के उपचार के लिये लोगों से आर्थिक मदद देने की गुहार की गई थी, और एक तरफ प्रवीण कुमार चौहान जैसे अभियंता भी हैं जिन्होंने अपने कुछ वर्षों के सेवाकाल मे करोड़ों की काली सम्पत्ति जमा कर विभाग और सरकार के मुह पर कालिख पोतने का काम कर डाला। कभी विद्युत विभाग में टीजी 02 के पद पर तैनात हुए प्रवीण कुमार चौहान का रुतबा समय के साथ-साथ इतना बढ़ता चला गया कि यूनियन बाजी करके अधिकारियों पर दबाव बना कर अपना प्रमोशन करवा लिया। नतीजतन आज इसकी साख विभाग मे इतनी बढ़ गई है कि कुछ वर्षों के कार्यकाल मे ही इसने करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित कर ली है।हमारे द्वारा अवर अभियंता प्रवीण कुमार चौहान की अन्य संपत्तियों की जानकारियां जुटाई जा रही हैं जिन्हें जन/विभाग/समाज हित में यथा शीघ्र शाशन स्तर , मंडल स्तर , जनपद स्तर, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, एसीबी को भेज इस भ्रष्ट अवर अभियंता को तत्काल निलंबित करते हुए इसकी काली कमाई से अर्जित की गई सम्पत्तियों को सीज करने की मांग की जाएगी।

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