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अखिल भारतीय किसान सभा के लगातार रात दिन धरना प्रदर्शन जारी



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतम बुध नगर 
गौतम बुध नगर युवाओं ने प्राधिकरण के दूसरे गेट को भी किया जाम- अखिल भारतीय किसान सभा के लगातार रात दिन के धरना प्रदर्शन का आज 39 वां दिन था आज 2 जून को नौजवानों का रोजगार के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम था जिसमें हजारों की संख्या में नौजवान प्राधिकरण गोल चक्कर पर इकट्ठा हुए एवं हजारों की संख्या में महिलाएं और नौजवान लड़कियां धरना स्थल पर पहले ही पहुंच गई थी लगभग 12:00 नौजवानों ने प्राधिकरण गोल चक्कर से प्राधिकरण की ओर जोरदार नारेबाजी करते हुए कूच किया और प्राधिकरण के एकमात्र चल रहे दूसरे गेट को भी  सांकेतिक रूप से 1 घंटे तक बंद कर दिया। युवाओं ने प्राधिकरण के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी करते हुए प्राधिकरण गेट को वेरीकेट कर बंद कर वहीं धरने पर बैठ गए युवा नेता शशांक भाटी ने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों की नौजवानों की समस्याओं को तुरंत हल करें अन्यथा 6 तारीख को प्राधिकरण गेट को अनिश्चित काल के लिए पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा पाली से नौजवान नेता प्रशांत भाटी ने कहा कि यह क्षेत्र 1857 के क्रांतिकारियों का क्षेत्र है 10% आबादी प्लाट  आबादियों के लीज बैक,  सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा, रोजगार, 40 मीटर का भूमिहीनों का प्लाट एवं अन्य मुद्दों को सुलझाना होगा। जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन चल रहा है उन मुद्दों पर नियम कानून समझौते पहले से तय है प्राधिकरण ने पिछले दो-तीन वर्षों में किसानों के मुद्दों को किसान विरोधी मानसिकता की वजह से खत्म किया है अब क्षेत्र का नौजवान खड़ा हो गया है हर कीमत पर किसानों नौजवानों के मुद्दों को हल करा कर ही दम लेंगे नौजवान नेता मोनू मुखिया ने कहा कि 6 तारीख को हजारों की संख्या में नौजवान "डेरा डालो घेरा डालो" प्रोग्राम की तैयारी में जुटे हुए हैं प्राधिकरण को हम चेतावनी देना चाहते हैं कि आज हमने गेट को 1 घंटे के लिए बंद किया है यदि किसानों की समस्याओं को 6 तारीख से पहले नहीं सुलझाया गया तो प्राधिकरण के दोनों गेट बंद कर दिए जाएंगे इसलिए प्राधिकरण सीईओ या तो किसानों के मुद्दों को हल करें अन्यथा अपना यहां से ट्रांसफर करा लें ऐसी किसान विरोधी मानसिकता के अधिकारियों की यहां कोई आवश्यकता नहीं है युवा नेता अमित भाटी ने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा डेढ़ लाख से ज्यादा की आबादी भूमि अधिग्रहण से प्रभावित है प्राधिकरण और शहर का अस्तित्व किसानों की जमीन पर निर्भर है और किसानों को रोजगार में शिक्षा में चिकित्सा में और तो और उनकी जमीन के बदले मिलने वाले हक हैं उन से भी वंचित किया जाना उनके साथ में न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि घोर अन्याय भी है इस अन्याय को किसान और युवा समझ चुके हैं इसलिए आज युवाओं के धरने के माध्यम से हम प्राधिकरण को चेतावनी देते हैं कि प्राधिकरण अपनी किसान विरोधी नीतियों से बाज आए वरना प्राधिकरण के लिए यहां काम करना असंभव हो जाएगा यूवा नेता अभय भाटी ने कहा कि हम हर हाल में अपनी समस्याओं को हल करा कर ही दम लेंगे रोजगार के मुद्दे पर 3 सितंबर 2010 का शासनादेश पहले से मौजूद है नए भूमि अधिग्रहण कानून में रोजगार के संबंध में प्रावधान मौजूद है उसे लागू कराने की मांग हम कर रहे हैं साथ ही किसानों के अन्य मुद्दों को हल कराने की मांग हम कर रहे हैं परंतु प्राधिकरण ने समस्याएं हल करना तो दूर जो मुद्दे हल हो चुके थे जो अधिकार मिल चुके थे उन्हें भी खत्म करने का काम किया है इसलिए क्षेत्र में प्राधिकरण के विरुद्ध भारी आक्रोश है नौजवान न केवल रोजगार के मुद्दे पर आक्रोशित है क्षेत्र में लग रही फैक्ट्रियों में 200 किलोमीटर दूर के नौजवानों को रखा जा रहा है जबकि जमीने यहां के नौजवानों की गई है पहला हक उन्हीं नौजवानों का है जिनकी जमीनें फैक्ट्रियों के लिए ली गई है आज धरने अध्यक्षता रोहित मत्ते गुर्जर ने की संचालन सुशांत भाटी ने किया सुदीक्षा देवी, मोहित, अमित भाटी, शिखा यादव, प्रवेश नागर, अमित भाटी, कृष्णा नागर, मनोज, हैप्पी, राहुल नागर, नरेंद्र नंबरदार, सचिन आर्य, सुरेश नाग,,र दीपक नागर कार्तिक यादव, लक्ष्मण, रिया, कबीर, विजयपाल भाटी, आशा यादव, विपिन नागर, नरेंद्र भाटी, दीपक भाटी, पुनीत खारी, निखिल यादव, एवं हजारों की संख्या में महिला और किसान उपस्थित रहे।

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