फर्जी निकले हेडमास्टर, 26 साल तक ली गई सैलरी की भी होगी रिकवरी



मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतम बुध नगर 
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जनपद के दादरी ब्लाक में एक प्रधान अध्यापक द्वारा फर्जी मार्कशीट के जरिए नौकरी किए जाने का मामला सामने आया है। मामला प्रकाश में आने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 26 साल से नौकरी कर रहे फर्जी हेडमास्टर की सेलरी की रिकवरी किए जाने और थाने में रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के आदेश जारी किए हैं। फिलहाल फर्जी हेडमास्टर साहब को बर्खास्त कर दिया गया है।मामला दादरी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पटाड़ी का है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी के अनुसार, जोगेंद्र सिंह की नियुक्ति पिता की मृत्यु हो जाने के बाद 9 अगस्त 1997 में मृतक आश्रित कोटे के तहत हुई थी। उस समय उन्हें अप्रशिक्षित ग्रेड पे स्केल 850 पर रखा गया था। 2002 में उन्हें प्रशिक्षित ग्रेड पे स्केल 4500 में रखा गया। वर्तमान समय में उन्हें करीब 80 हजार रुपये हर माह वेतन के रूप में मिल रहा है।आपको बता दें कि मेरठ में रहने वाले मनोज कुमार ने फरवरी में चार शिक्षकों की शिकायत की थी। मनोज कुमार ने शिकायती पत्र में चारों शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेज की जांच कराने की मांग की थी। सहायक मंडलीय शिक्षा निदेशक (एडी बेसिक) मेरठ दिनेश कुमार यादव ने गौतमबुद्ध नगर की बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी को जांच करके कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया था। शिकायत मिलने पर मेरठ बोर्ड कार्यालय से जोगेंद्र सिंह के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच कराई गई।मेरठ बोर्ड कार्यालय की ओर से 17 अप्रैल को जोगेंद्र सिंह की 12वीं की फर्जी मार्कशीट की जानकारी विभाग को प्राप्त हुई। विभाग की ओर से अन्य कानूनी कार्रवाई पूरी होने के बाद 12 मई को जोगेंद्र सिंह की सेवा समाप्त कर दी गई।

आरोपी मास्टर जोगेंद्र सिंह के खिलाफ धारा 420, 467, 468 तथा 471 के अलावा अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज हो सकती है। फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने वाला जिले में पहला मामला आया है। इसके साथ ही 26 साल की नौकरी के दौरान मिले वेतन की भी रिकवरी की जाएगी।बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि 12 मई को जोगेंद्र सिंह की सेवा समाप्त कर दी गई है। रिकवरी के आदेश के साथ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश खंड शिक्षा अधिकारी दादरी को दिए गए है। अन्य तीन शिक्षकों के दस्तावेज की जांच की जा रही है। यदि वह भी दोषी पाएं जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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