अरूण- अमृत और कुलदीप अमृत ग्रुप के कलाकारों ने हाईकोर्ट जैसे सांग प्रस्तुत करते हुए लोगों की खूब वाहवाही लूटी
बाराही मेला-2023 की थीम बेटी बचाओ और बेटी पढाओ पर आधारित नाटिका प्रस्तुत करते हुए जे.एस कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों द्वारा संदेश दिया गया
गौतम बुद्ध नगर सूरजपुर में चल रहे प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला-2023, के पाचवें दिन रविवार को अंजलि एकेडमी और जे.एस. कान्वेंट स्कूल के बच्चांं ने गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति देते हुए उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। उधर अरूण- अमृत और कुलदीप अमृत ग्रुप के कलाकारों ने हाईकोर्ट जैसे सांग प्रस्तुत करते हुए लोगों की खूब वाहवाही लूटी। अंजलि एकेडमी की मिताली जोशी ने विशेष नृत्य की प्रस्तुति देते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। जे.एस कॉन्वेंट स्कूल के बच्चांं ने विशेषर नाटिका के जरिए साफ सफाई अभियान पर खासा संदेश दिया। सोशयल मीडिया के बढते हुए प्रचलन से होने वाले दुष्परिणाम पर भी एक नाटिका प्रस्तुत की गई। बाराही मेला-2023 की थीम बेटी बचाओ और बेटी पढाओ पर आधारित नाटिका प्रस्तुत करते हुए जे.एस कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों द्वारा संदेश दिया गया। यू-ट्यबर शिवा पंडित ने शिव तांडव पर सांग प्रस्तुत करते हुए लोगो का मनमोह लिया। पवन भाटी और सुधीर भाटी ने विशिष्ठ अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शिकरत करते हुए कलाकारों की हौसला अफजाई की। शिव मंदिर मेला समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महासचिव ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंंद्र ठेकेदार, विनोद सिकंद्राबादी पदाधिकारियों ने प्रस्तुति देने के वाले कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। शिव मंदिर मेला समिति के कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने बताया कि ऐतिहासिक प्राचीनकालीन बाराही मेला-2023 में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों की भीड उमड रही हैं। चौपाल की विशेष प्रस्तुति में बंचारी नगाडा पार्टी के कलाकारों के द्वारा संगीत और नृत्य की प्रस्तुति लगातार लोगों का मन रही है। इसके साथ ही कच्ची घोडी और उंट की सवारी भी पूरे मेला प्रांगण में राजस्थानी कला और संस्कृति की झलक दिखालते हुए दिखाई दे रही है।मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि कल दिनांक 11 अप्रैल-2023, मंगलवार की सांय हरियाणा और राजस्थान के कलाकारों तथा उमा पब्लिक स्कूल के बच्चोंं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जब कि रात्रिकालीन कार्यक्रमों की श्रंखला में कवि सम्मेलन होगा और जिसमें डा0 प्रोफेसर प्रतीक गुप्ता, मोहित शौर्य, श्रीमती अंजलि शिशौदिया, महेश योगी क्रांतिकारी, सरला मिश्रा और अर्चना सिंह काव्य पाठ करेंगे।इस मौके पर कार्यक्रम मे चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान, ओमवीर बैंसला, लक्ष्मण सिंघल, मूलचंद शर्मा और सतपाल शर्मा एडवोकेट, राजेश शर्मा, सुभाष शर्मा जींस वाले, सुनील शर्मा, रामौतार गर्ग, सुभाष शर्मा कैसेट वाले आदि मेला समिति के पदाधिकारी और गणमान्यजन उपस्थित रहे।
विशेष आर्कषणः----
बाराही मेले मेंं लगा मीना बाजार बन कर रहा है, आकषर्ण का केंद्र
औरतें करती हुई दिखाई देती है जरूत के सामनों की खरीद्दार
सूरजपुर में चल रहे प्राचीनकालीन बाराही-2023, मेले में लगा हुआ मीना बाजार खासा आकषर्ण का केंद्र बना हुआ है। मीना बाजार में औरतें जरूत के सामानों की खरीद्दारी करती हुई, दिखाई दे रही है। शाम को जैसे ही मेला शुरू होता है, मीना बाजार भी गुलोगुलजार होने लगता है, यहां दुकानदरांं से लेकर खरीद्दारी करने वाले लोगांं की चहल पहल बढने लगती है। मीना बाजार में प्लास्टिक के सामान से लेकर सभी जरूरत का सामान मिल जाता है। इनमें घडी, चश्मे, खेल खिलौने, बैलून, हुक्का, मिट्टी के प्राचीनकालीन बर्तन, चाबी के छल्ले, ज्वैलरी, आर्ट फिशियल ज्वैलरी, बिंदी नाखूनी,क्रीम यानी कॉस्मैटिक्स का सामान सभी चीजे मिल जाती है। मीना बाजार की ज्यादतर दुकानों पर हर माल 10 रूपया, 20 रूपया, 50 रूपया, 80 रूपया और 100 रूपये तक बोर्ड लगे हुए हैं। इसके अलावा कुछ चीजें मोलभाव के जरिए जायज रेट पर भी मिल जाती हैं। शिव मंदिर मेला समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महासचिव ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल और मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि प्राचीनकालीन बाराही मेले की शुरूआत से यहां पर जरूरत की चीजों के लिए दुकान लगाई जाती थी, किंतु जैसे जैसे बाराही मेला भव्य रूप लेता गया, यह मीना बाजार भी बढता चल गया है, फिलहाल इस बार मीना बाजार में दर्जनों दुकानेंं जरूरत के सामनों की लगी हुई हैं। मीना बाजार में घडी, चश्मे, खेल खिलौने, बैलून, हुक्का, मिट्टी के प्राचीनकालीन बर्तन, चाबी के छल्ले, ज्वैलरी, आर्ट फिशियल ज्वैलरी, बिंदी नाखूनी,क्रीम पॉवडर यानी कॉस्मैटिक्स आदि सभी वस्तुएं जायज रेट पर मिल जाती है। औरतें इस मीना बाजार में सबसे ज्यादा खरीद्दारी करती हुई दिखाई देती है क्यांंकि उन्हें जरूरत का सारा सामान यहां मिल जाता है। उन्होंने बताया कि सूरजपुर में बर्फखाना की ओर से बाराही मेले में जाने वाले रास्ते के प्रवेश द्वार से ही मीना बाजार शुरू हो जाता है और वहीं दूसरी ओर प्राचीनकलीन बाराही मंदिर तथा संस्कृति मंच व अतिथि मंच व मल्ल स्थल की ओर से भी मीना बाजार मेंं प्रवेश किया जा सकता है।
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