गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के वास्तुकला और क्षेत्रीय नियोजन विभाग ने अपने कुलपति प्रो. आर.के.सिन्हा, डीन डॉ. कीर्ति पाल और विभागाध्यक्षा आर. माधुरी अग्रवाल के मार्गदर्शन में इस हफ्ते एक मधुबनी वर्कशॉप आयोजित किया। इस वर्कशॉप का आयोजन Eco Vision के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था और इसे छात्र समन्वयक कुशिक मिश्रा, लक्ष्य कुमार और दिव्यम कुमार ने प्रबंधित किया। इस वर्कशॉप में प्रख्यात महिला मधुबनी कलाकार अंबिका देवी जी आमंत्रित थी। इस कार्यशाला में वो सभी आये हुए प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दे रही है । इस कार्यशाला में मधुबनी चित्रों के निर्माण की प्रक्रिया सिखाई जा रही है। मधुबनी वर्कशॉप का आयोजन गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के विभिन्न विषयों पर अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए किया गया है।
मधुबनी कला, बिहार की प्राचीन कला है जो बुनियादी रूप से मंडप और मंदिरों को सजाने के लिए प्रयुक्त की जाती थी। लेकिन आजकल यह दुनिया भर में चित्रकारों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गयी है। यह कला विभिन्न रंगों और आकृतियों का उपयोग करती हुई एक अलग ही दुनिया को जन्म देती है।
हमारे देश की इस बहुमूल्य कला विरासत को आने वाली पीढ़ियों में जिन्दा रखने के उद्देश्य से ही इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के अहवान पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय हर वर्ष किसी न किसी प्राचीन कला पर अपने इस वास्तुकला संकाय में कार्यक्रम करवाता रहा है ये कार्यशाला भी उसी क्रम में एक और प्रयास है । उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रोफ. सिन्हा ने महिला कलाकार श्रीमती अम्बिका जी को स्मृति चिन्ह्न दे कर के सम्मानित किया .उद्घाटन सत्र में सभी छात्र छात्राओं के साथ साथ विभाग के सभी शिक्षकों और स्टाफ ने उपस्थिति दी। आर. अनंत प्रताप सिंह, आर. गौरव कुमार अशोक, आर. राधिका गोयल, आर.पूजा पोपली और आर. राजेश कुमार , संदीप और यतीन्द्र इसमे शामिल थे।
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