उत्तराखंड। केन्द्रीय गृह मंत्री माननीय अमित शाह पतंजलि विश्वविद्यालय पहुँचे यहाँ उन्होंने विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का लोकार्पण किया। शिलापट के अनावरण के पश्चात उन्होंने #पतंजलि विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। फिर ऋषिग्राम में विगत 9 दिनों से चल रहे चतुर्वेदीय महापारायण यज्ञ में पूर्णाहूति दी। योग भवन पहुँचकर गृह मंत्री अमित शाह ने उपस्थित 10 हजार से अधिक श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे सदैव पतंजलि आकर नई ऊर्जा, नई चेतना, नई आशा मिलती है। आज मैं मन में शांति व संतोष लेकर जा रहा हूँ कि पतंजलि परिवार आने वाले दिनों में कई क्षेत्रों में देश का पुनरोद्धार करेगा। उन्होंने कहा कि आचार्य को देखकर आश्चर्यचकित हूँ कि वो कैसे कम्प्यूटर की तरह आयुर्वेद के रहस्य समझा रहे थे। आयुर्वेद में 500 से अधिक रिसर्च पेपर्स पब्लिश करना बहुत बड़ी बात है, इसके लिए उनका अभिनन्दन। उन्होंने कहा कि मैंने आचार्य जी के नेतृत्व में पतंजलि संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा निर्मित मृदा परीक्षण मशीन ‘धरती का डॉक्टर’ का अवलोकन किया जिसके द्वारा सभी 12 तरह के मापदण्ड (पैरामीटर) बहुत कम खर्च में किए जा सकते हैं, यह एक अद्भुत मशीन है। गृह मंत्री ने कहा कि योग, आयुर्वेद और स्वदेशी के क्षेत्र में स्वामी जी ने विगत 25 साल में अभूतपूर्व योगदान दिया है। कोई इन्स्टिटूशन कोई संस्था जो योगदान ना कर पाए वह अकेले बाबा ने अपने साथियों के साथ किया है। योग आयुर्वेद और स्वदेशी के आंदोलन के साथ-साथ बाबा ने अब शिक्षा पर भी ध्यान दिया है जिसका मुझे बहुत आनंद है। इस अवसर पर माननीय मुख्य मंत्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संत परम्परा में हमेशा से ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम रही है। मेरा मानना है कि स्वामी जी व आचार्य जी के कुशल मार्गदर्शन में पतंजलि योगपीठ की स्थापना इसी उद्देश्य के लिए हुई है। स्वामी के नेतृत्व में आज भारत एवं भारतीय संस्कृति का मान-सम्मान व स्वाभिमान सम्पूर्ण विश्व में तेजी से बढ़ रहा है तथा भारत विश्वगुरु होने के पथ पर आरूढ़ होने की तैयारी कर रहा है, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी स्वामी जी की ही देन है। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत, हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एन.पी. सिंह व पतंजलि परिवार के वरिष्ठजन ,कर्मयोगी व छात्र-छात्रा उपस्थित रहें।
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