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रविदास जयंती धूम धाम से मनाई मीरा बाई को इन्हीं से मिली थी भक्ति की प्रेरणा, जाति के अंतर को दूर करने में निभाई अहम भूमिका


राशिद मलिक दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स संवादाता मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर बुढ़ाना के ग्राम चंधेड़ी में संत रविदास जयंती पर रैली निकाली गई संत रविदास कबीरदास के समकालीन और गुरुभाई कहे जाते हैं. रविदास जी के जन्म को लेकर कई मत हैं  लेकिन कई विद्वानों का कहना है कि इनका जन्म साल 1398 में हुआ था. कहते है कि जिस दिन उनका जन्म हुआ उस दिन रविवार था, इसलिए उनका नाम रविदास रखा गया. संत रविदास जी रैदासजी के नाम से भी प्रसिद्ध है. इस दिन संत रविदास के अनुयायी बड़ी संख्या में उनके जन्म स्थान पर एकत्रित होकर भजन कीर्तन करते, रैलियां निकालते हैं और उनके बताएं अनमोल विचारों पर चलने का प्रण लेते है. आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी जानकारी.कहते हैं कि संत रविदास जी बड़े परोपकारी थे. उन्होंने समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया और भक्ति भावना से पूरे समाज को एकता के सूत्र में बाधने के लिए सदा कार्य किया. संत रविदास की शिक्षाएं आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं ग्राम समाज के सभी धर्मो के लोगो का सहयोग रहा भूपेंद्र,शिवकुमार, मनोज, पंकज,रमेश मौर्य, नीरज, परवेश,पवन, अमरीश, देशबीर,विनय आदि लोग मोजूद रहे वही दूसरी ओर बुढ़ाना क्षेत्र के अलीपुर अटेरना व मदीनपुर गांव में डॉ.सोनू कश्यप ने संत गुरु रविदास जी की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का फीता काटकर शुभारंभ किया।

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