गौतम बुद्ध नगर बहुपक्षीय संवाद के उपरांत विजेता छात्राओं को प्रशस्ति पत्र किए गए प्रदान एवं चिन्हित चैंपियंस ऑफ चेंज को किया गया पुरस्कृत।मुख्य विकास अधिकारी गौतम बुद्ध नगर की अध्यक्षता में आज बिसरख ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस गौतम बुद्ध नगर में इंडिया वाटर फाउंडेशन द्वारा आयोजित बहुपक्षीय संवाद का समापन संपन्न हुआ। बहुपक्षीय संवाद समापन में मुख्य पदाधिकारी इंडिया वाटर फाउंडेशन श्वेता त्यागी ने बताया कि सहयोग समन्वय व अभिसरण के बिना जनपद, राज्य या राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। विकास के लिए एकीकृत दृष्टिकोण अत्यंत महत्वपूर्ण है तभी उसे सर्व समावेशी बनाया जा सकता है कोई भी परियोजना विभागों के समन्वय के बिना संभव नहीं है। यह महत्वपूर्ण है की हम सब बैठ कर मनन चिंतन के द्वारा अंतर्विभागीय चुनौतियों को चिन्हित करें व उनके सुझाव निकाले। इस अवसर पर इंडिया वाटर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ अरविन्द कुमार ने कहा की इंडिया वाटर फाउंडेशन द्वारा आयोजित समापन बहुपक्षीय संवाद में पिछले संवाद, जो 09/02/2022 को आयोजित किया गया था, के दौरान जो चुनौतियाँ चिन्हित की उन्हें आपसी संवाद से मुख्यत: सभी के समाधान खोजें परन्तु जो समाधान नहीं खोज पाए आज उन्हीं चुनौतियों के समाधान परस्पर संवाद के द्वारा निकाले गए।मुख्य पदाधिकारी इंडिया वाटर फाउंडेशन श्वेता त्यागी ने बताया कि संवाद के अंत में प्रशस्ति पत्र वितरण व कुछ चिन्हित चैंपियंस ऑफ़ चेंज को पुरुस्कृत करा गया। यह पुरस्कार सराहना का प्रतीक है व भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करके के लिए प्रेरणा का एक श्रोत है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौतम बुद्ध नगर तेजप्रताप मिश्र व जिला विकास अधिकारी गौतम बुद्ध नगर विनय कुमार तिवारी को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला में तीन तकनिकी प्रेसेंटेशन्स डॉ जगदीश कुमार बसी, डॉ अजीत त्यागी व डॉ दिनेश कुमार त्यागी के द्वारा किए गए किये। उन्होंने यह भी बताया कि इंडिया वाटर फाउंडेशन, नेशनल कॉउन्सिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन विभाग विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रदत परियोजना स्वास्थ्य व जोखिम संचार कम्युनिकेशन कार्यक्रम चार जनपदों हापुड़, बुलंदशहर, नोएडा व पूर्वी दिल्ली में कार्यान्वित कर रही है।उन्होंने बताया कि इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के विभागीय अधिकारियों की उपस्थित में प्रतिभागियों को नए साल की शुभकामनाएं दी एवं अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षमता निर्माण, आईईसी और अभिसरण समय की मांग है। विज्ञानं व तकनिकी विभाग मंत्रालय के सहयोग से आईडब्ल्यूएफ द्वारा आयोजित दोनों कार्यशालाएं एनसीआर में बढ़ती जनसंख्या की पृष्ठभूमि में उचित संसाधन मानचित्रण की रणनीति बनाने में एक लंबा रास्ता तय करेंगी। इस परियोजना के दौरान पूरे वर्ष स्कूली छात्रों के साथ गतिविधियां जैसे की चित्रकला प्रतियोगिता, वाद विवाद, मानव श्रृंखला इत्यादि का भी आयोजन किया गया था और विजेता छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने कहा कि इंडिया वाटर फाउंडेशन एक गैर लाभकारी सिविल सोसाइटी है, जो एशिया प्रशांत क्षेत्र में जल तथा पर्यावरण सम्बन्धी मुद्दों के बारे में वृद्धि एवं लोक जागरूकता उत्पन्न करने में प्रयासरत है। इन मुद्दों का मानव के स्वास्थ्य, आर्थिक वृद्धि तथा लोगों की आजीविका पर उनके प्रभावों के बारे में बताने में भी प्रयासरत है। इंडिया वाटर फाउंडेशन सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी प्रयासरत है।
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