नई दिल्ली- 21 जनवरी, 2023- मैसन एंड ओब्जेट 2023 पेरिस, फ्रांस में 19 से 23 जनवरी 2023 तक ईपीसीएच ने "इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स - मैजिक ऑफ गिफ्टेड हैंड्स" के नाम से थीमैटिक पवेलियन लगाया I भारत के लिए विश्व प्रसिद्ध डिजाइन उन्मुख मेले में भारतीय हस्तशिल्प का प्रदर्शन करने और भारत को हस्तशिल्प उत्पादों के लिए एक सोर्सिंग गंतव्य के रूप में बनाने का यह एक बड़ा अवसर है, श्री राकेश कुमार, महानिदेशक - ईपीसीएच द्वारा सूचित किया गया।श्री राकेश कुमार, महानिदेशक - ईपीसीएच ने बताया कि मैसन ऐंड ऑब्जेक्ट 2023 एक ही छत के नीचे अंतरराष्ट्रीय डिजाइन, होम डेकोर और लाइफस्टाइल समुदाय को ला रहा है I समकालीन रहन-सहन का बहुसांस्कृतिक होने के नाते मैसन ऐंड ऑब्जेक्ट मुलाकातों और परामर्श की जगह है, जो दुनिया भर से प्रदर्शकों और अतिथियों को उनके उच्च गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय उत्पाद रेंज को प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित करता है I यह विशिष्टता और नवाचार का विस्तृत विवरण प्रदान करता है जो रचनात्मकता के सर्वश्रेष्ठ उत्पाद को साझा करने में मदद करते हैं Iईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आरके वर्मा ने बताया कि भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए ईपीसीएच ने यहां तीन मास्टर शिल्पकारों/कारीगरों द्वारा भारतीय पारंपरिक शिल्प के लाइव प्रदर्शन के साथ-साथ थीम पर आधारित प्रदर्शन की भी व्यवस्था की है I हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय ने इसके लिए राजस्थान से चंदन की लकड़ी पर नक्काशी, नई दिल्ली से लघु चित्रकारी (मिनिएचर पेंटिंग) और जम्मू व कश्मीर से पश्मीना कानी शॉल की बुनाई करने वाले तीन मास्टर शिल्पकारों की नियुक्ति की है Iईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आरके वर्मा ने विस्तार से ये भी बताया कि "मैसन ऐंड ऑब्जेक्ट पेरिस" साल में दो बार जनवरी और सितंबर के महीने में फ्रांस की राजधानी पेरिस मे आयोजित किया जाता है और इसे बीते 25 वर्षों से डिजाइनर्स की दुनिया का प्रवेशद्वार माना जाता है I मैसन ऐंड ऑब्जेक्ट अपनी समृद्धि और विविधता की वजह से आर्ट ऑफ लिविंग के सभी पेशेवरों के लिए एक प्रमुख आयोजन है I इस मेले में 88 देशों से 45,000 से भी अधिक अथितियों के आने की उम्मीद है I भारत की भागीदारी मेले की जीवंतता और विविधता को और बढ़ाएगी, साथ ही वैश्विक उत्पादकों, खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों को भारतीय टेक्सटाइल और होम फर्निशिंग के उपभोक्ता उत्पाद उद्योग के आकर्षक उद्यमियों से परिचित कराएगी, जिससे भारत से सोर्सिंग के अवसर खुलेंगे I
ईपीसीएच देश से दुनिया के विभिन्न गंतव्यों में भारतीय हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता के हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारतीय छवि को पेश करने वाली एक नोडल संस्था है I ईपीसीएच के महानिदेशक श्री राकेश कुमार ने बताया कि साल 2021-22 के दौरान 33253.00 करोड़ रुपये (4459.76 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का निर्यात हुआ था जिसमें उसके पिछले वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 29.49% जबकि डॉलर के संदर्भ में 28.90% की वृद्धि दर्ज की गई थी. साल 2021-22 के दौरान फ्रांस को 1194.46 करोड़ रुपये (160.20 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात किया गया था और उसके पिछले वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 20.75% और डॉलर के संदर्भ में 20.21% की वृद्धि दर्ज की गई थी I
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