गौतम बुद्ध नगर मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित स्वास्थ्य मनोविज्ञान के भारतीय संघ का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 22 दिसंबर से 24 दिसंबर, 2022 तक चल रहा है। सम्मेलन का मुख्य विषय है "मानसिक स्वास्थ्य और पोस्ट कोविड परिदृश्य में कल्याण: ए वैश्विक परिप्रेक्ष्य। ६०० से अधिक लोग इस समारोह में शामिल हुए हैं।सम्मेलन के पहले दिन की शाम को जीबीयू ने एक रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जीबीयू के कुलपति आरके सिन्हा रहे।मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ आनंद प्रताप सिंह ने सांस्कृतिक संध्या के लिए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए एक स्वागत भाषण दिया। भारत के चार अलग-अलग राज्यों और नेपाल के छात्रों ने भी कार्यक्रम में प्रदर्शन किया।कार्यक्रम की शुरुआत जीबीयू के छात्रों ने कथक और गणेश वंदना के प्रदर्शन के साथ की, इसके बाद नेपाल के दो छात्रों द्वारा लोक नृत्य किया गया। उन्होंने एक लोक गीत पर प्रस्तुति दी जिसे फसल कटाई के समय गाया जाता है। उनके बाद गुजरात के छात्रों ने गरबा नृत्य किया। मध्य प्रदेश के छात्रों ने बधाई गीत गाया और नृत्य किया और बिहार के छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक जड़ों को दर्शाते हुए छट गीत पर प्रस्तुति दी। असम के छात्रों के एक समूह ने बिहू गीत पर नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जीबीयू के छात्रों द्वारा आत्महत्या की रोकथाम पर जागरूकता फैलाने के लिए "मासूम सा" शीर्षक से एक स्किट का प्रदर्शन किया गया। जिसके पश्यात जीबीयू के छात्र और छात्राओं ने सात विभिन्न नृत्य रूपों के माध्यम से सात भावनाओं को प्रदर्शित किया। इस सांस्कृतिक रात ने विभिन्न गीतों और नृत्य के माध्यम से सभी भावनाओं को व्यक्त करते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में डॉ आर के सिन्हा, वाइस चांसलर जीबीयू द्वारा एक अंतिम भाषण दिया गया। उन्होंने सभी छात्र, छात्राओं एवम संकाय की प्रशंशा करते हुए कहा कि मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ विभाग शिक्षा एवम अनुसंधान के साथ साथ पाठ्येतर गतिविधियों में उत्कृष्ट है। समारोह की अंत में डॉ ओम प्रकाश मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव व्याप्त किया। अंत में विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
0 टिप्पणियाँ