नोएडा ईडब्लूएस पाकेट सात सेक्टर 82 में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास पुष्कर कृष्ण जी महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। बालाजी धाम नोएडा से पधारे महंत मुकेशानंद जी महाराज का एवं दादी की रसोई के संचालक अनूप खन्ना का आयोजन समिति के सदस्यों एवं व्यास जी ने पटका ओढ़ाकर स्वागत किया । कथा प्रसंग सुनाते हुए व्यास जी ने कहा कि बाल कृष्ण ग्वालों के साथ खेल रहे हैं और उनकी गेंद यमुना में चली जाती है जिसमें बिषैला कालिया नाग रहता है। जिसका बहुत भय है। कृष्ण यमुना में कूद जाते हैं और उस कालिया नाग का मान मर्दन करते हैं और उसे वहां से निकाल देते हैं। अगले प्रसंग में देवताओं के राजा इन्द्र को बहुत अभिमान हो जाता है भगवान उसका अहंकार नष्ट करने की सोचते हैं। वृज में हर वर्ष इन्द्र की पूजा होती है लेकिन इस बार कृष्ण इंद्र की पूजा के लिए मना करते हैं और गोवर्धन पूजा के लिए सभी को मना लेते हैं।इस बात से इन्द्र क्रोधित होकर भारी वर्षा करते हैं।सारे वृजवासी परेशान हो जाते हैं। तब भगवान कृष्ण अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को धारण कर सभी की रक्षा करते हैं। वृजवासी भगवान को छप्पन भोग लगाते हैं। इन्द्र जान जाते हैं कि कृष्ण और कोई नहीं साक्षात नारायण हैं। इन्द्र भगवान कृष्ण से क्षमा माँगते हैं। पॉकेट वासियों द्वारा भगवान गोवर्धन बनाए गए जिनका पूजन हुआ और सभी द्वारा बनाए गए अलग अलग पकवानों का भोग लगाया गया।इसके बाद वकासुर अघासुर के वध के प्रसंगों का भी वर्णन कथा व्यास द्वारा किया गया। इस अवसर पर राघवेंद्र दुबे,एनके सोलंकी , पं विनोद मिश्रा, रवि राघव, अमितेष सिंह, देवमणि शुक्ल,बृज किशोर सिंह, सुशील पाल, रमेश चंद शर्मा, उत्तम चंद्रा,रमेश वर्मा, एसके तिवारी, राजेश गुप्ता,संजय शुक्ला, सुभाष शर्मा,सियाराम, कोमल यादव, हरि शंकर सिंह, अंगद सिंह तोमर, गिरिराज जी, गुरूमेल सिंह, शिवव्रत् तिवारी, प्रमोद श्रीवास्तव, विकास शर्मा, द्वारका प्रसाद पाण्डेय, राजवीर सिंह, संजय पांडे, एसके अग्रवाल, आर सी दुबे,विष्णु शर्मा, मुकेश रावत, आर पी सिह, राकेश शर्मा, वलराम ,अनिल कुमार शर्मा, रमेश चंद्र दास, सतपती जी, सहित भगवत्प्रेमी भक्त मौजूद रहे।
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