राष्ट्रीय प्रेस दिवस की 56 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर "प्रेस दिवस" का ​​​​आयोजन किया।


 मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के जनसंचार और मीडिया अध्ययन विभाग ने आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस की 56 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर "प्रेस दिवस" का ​​​​आयोजन किया। राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर को प्रतिवर्ष भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुमार सिन्हा थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के सम्मानित व प्रतिष्ठित मीडिया विशेषज्ञ, दूरदेशन के सीनियर कंसल्टिंग एडिटर अशोक श्रीवास्तव,  दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंह और "ऑर्गनाइज़र" पत्रिका के संपादक प्रफुल्ल केतकर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने की।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन तथा सम्मानित अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न देकर किया गया।मुख्य वक्ता प्रोफेसर आर. के सिन्हा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "पत्रकारों को नैतिकता का निर्वहन करना चाहिए।"मुख्य वक्ता अशोक श्रीवास्तव ने अपने अविभाषण में राष्ट्र विरोधी मीडिया कर्मियों की मंशा को उजागर किया। उन्होंने पत्रकारों की दिन-ब-दिन घटती नैतिकता पर ज़ोर डालते हुए कहा कि आज मीडिया का एक वर्ग प्रोपेगंडा पर ही काम कर रहा है।"मुख्य वक्ता प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि पत्रकार को समाचार की विश्वसनीयता और संवेदनशीलता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। समाज के प्रति उत्तरदायित्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी फेक न्यूज के प्रसार को रोक सकते हैं, यह ज़िम्मेदारी केवल पत्र- पत्रिकाओं की ही नहीं, हम सबकी भी है।मुख्य वक्ता सुरेन्द्र सिंह ने पत्रकारिता की संवेदनशीलता के बारे में अपने बहुमूल्य अनुभवों को साझा किया। उन्होंने पत्रकारों के उत्तरदायित्व और उन गुणों पर प्रकाश डाला, जिनके विकास से उत्कृष्ठता हासिल की जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि पत्रकार बेजुबानों की आवाज होते हैं।मुख्य वक्ताओं के उद्बोधन के पश्चात् सांस्कृतिक क्लब के छात्रों द्वारा नृत्य व गायन की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम का समापन मुख्य वक्ताओं के साथ विधार्थियों, शोधार्थियों और संकाय सदस्यों के सक्रिय संवाद सत्र के साथ हुआ।कार्यक्रम का सफ़ल आयोजन मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकाय की डीन प्रो. बंदना पांडे के संरक्षण में हुआ।जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन हुआ।

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