मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर
- मुख्यमंत्री ने जिले को 13 प्रोजेक्ट्स का तोहफा दिया
- जिले में डेढ़ गुना तेज होगी विकास की रफ्तार
- ग्रेटर नोएडा में 17 साल बाद गंगाजल की आपूर्ति हुई
- नोएडा में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया
- बिजलीघर, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट व अंडरपास लोकार्पित
ग्रेटर नोएडा , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) दो दिवसीय ग्रेटर नोएडा का दौरा पूरा करके वापस लौट गए हैं। मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के दायरे वाले इलाकों में 1,670 करोड रुपए की विकास योजनाएं लोकार्पित की हैं। इन परियोजनाओं की बदौलत जिले में सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक मैनेजमेंट, सीवर ट्रीटमेंट, गंगाजल वाटर सप्लाई और एक्सप्रेसवे पर यातायात सुधरेगा। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नोएडा शहर के बच्चों को भी एक खास तोहफा देकर गए हैं। विकास प्राधिकरण ने शहर के बीचोंबीच एक चिल्ड्रंस पार्क बनवाया है। जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया है। चिल्ड्रंस पार्क में शहर के बच्चों के लिए खास सुविधाएं हैं। ग्रेटर नोएडा शहर के 4 लाख लोगों को 17 साल इंतजार करने के बाद गंगाजल की आपूर्ति मंगलवार को शुरू हुई है।
*योगी आदित्यनाथ करीब 22 घंटे ग्रेटर नोएडा में रहे*
सोमवार की दोपहर करीब 4:15 बजे योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा में हेलीकॉप्टर से आए। यहां पर योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले डाटा सेंटर का उद्घाटन किया। शहर के नॉलेज पार्क-5 में हीरानंदानी उद्योग समूह ने इस डाटा सेंटर का निर्माण किया है। यहीं मुख्यमंत्री ने हीरानंदानी समूह के साथ 39,000 करोड़ रुपए की डाटा सेंटर परियोजनाओं का एग्रीमेंट भी साइन करवाया। कुल मिलाकर योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्ध नगर वासियों को 13 प्रोजेक्ट की सौगात दे गए हैं। जिन पर उत्तर प्रदेश सरकार और तीनों विकास प्राधिकरणों ने 1,670 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। मुख्यमंत्री करीब 22 घंटे ग्रेटर नोएडा में बिता कर गए हैं। इस दौरान उन्होंने इंडिया एक्सपोमार्ट सेंटर में 'इंडिया वाटर वीक' की शुरुआत करने आईं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की अगवानी भी की।
*इन 13 विकास योजनाओं के तोहफे दे गए योगी आदित्यनाथ*
1. डाटा सेंटर : ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 में डाटा सेंटर बना है। इसमें 7000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इसकी क्षमता 30 मेगावाट आईटी लोड की है।
2. गंगाजल परियोजना : ग्रेटर नोएडा के लिए 85 क्यूसेक गंगाजल की परियोजना बनाई गई है। इससे गंगाजल की आपूर्ति शुरू होगी।
3. फ्लैटेड फैक्टरी : यूपीसीडा ने कासना साइट-5 में फ्लैटेड फैक्टरी का उच्चीकरण किया है। इनको किराये पर दिया जाएगा।
4. सेक्टर-82 बस टर्मिनल : सेक्टर-82 बस टर्मिनल 31,000 वर्ग मीटर में बना हुआ है। 40 बस और 622 कार की पार्किंग की व्यवस्था है।
5. सेक्टर-94 इंटीग्रेटिड कमांड : कंट्रोल सेंटर सेक्टर-94 में कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया गया। 76 स्थानों पर इंटीग्रेटिड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
6. कोंडली अंडरपास : नोएडा एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-152 कोंडली-सफीपुर अंडरपास का निर्माण पूरा हो चुका है। इससे कई सेक्टर को फायदा मिलेगा।
7. बहलोलपुर अंडरपास : सेक्टर-69 बहलोलपुर गांव के पास अंडरपास का लोकार्पण किया जाएगा। यहां से आवागमन करने में लोगों को आसानी होगी।
8. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट : एसबीआर तकनीक पर 162 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-168 में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार है। इसकी क्षमता 100 एमएलडी है।
9. बिसरख लिंक मार्ग : लगभग 32 करोड़ की लागत से 900 मीटर लंबा बिसरख रोड का निर्माण कार्य पूर्ण होगा। यह सड़क एफएनजी को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से जोड़ती है। यहां दो अंडरपास बने हैं।
10. चिल्ड्रन पार्क : सेक्टर-33ए में चिल्ड्रन पार्क का काम पूरा हो चुका है। यहां दिल्ली से बच्चे आते हैं। पार्क 14 साल के बच्चों के लिए लिहाज से बनाया गया है।
11. यीडा में एसटीपी : सेक्टर-29 में 60 एमएलडी क्षमता का एसटीपी का निर्माण कराया जाएगा। इस पर 67 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
12. बिजलीघर : नोएडा सेक्टर-67 में 132/33 केवी बिजलीघर का निर्माण होगा। इस पर 66 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे बिजली समस्या से निजात मिल सकेगी।
13. एसटीपी नोएडा : सेक्टर-123 में 80 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। इस पर करीब 131 करोड़ खर्च होंगे।
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