मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।
नोएडा। दिनांक 03.10.2022 को होनेवाली रामलीला मंचन के कुछ दृश्य श्री सनातन धर्म रामलीला समिति (पंजीकृत) समिति द्वारा विभीषण शरणागति, सेतु निर्माण, लक्ष्मण शक्ति, हनुमान जी का ब्रूही बाबा |प्रथम दृश्य में सर्वप्रथम हनुमान जी की वापसी होगी और श्री राम जी को चूड़ामणि दिखाकर उनको विश्वास दिला।दिया जाएगा कि वह सीता की खोज कर आए हैं।
2. रामदल लंका की ओर प्रस्थान करता है और समुद्र तट पर पहुंच जाता है।
3. अगले दृश्य में रावण दरबार लगता है जिसमें रावण को यह सूचना मिल जाती है कि उनका शत्रु समुद्र तट किनारे पहुंच चुका है वह अपने सैनिकों और सेनापतियों से राय लेता है तभी विभीषण बीच में बोल पड़ता है और रावण द्वारा विभीषण को लंका से निष्कासित किया जाता है । 4. अगले दृश्य में रामदल समुद्र किनारे हैं तभी श्री राम को विभीषण के आने की सूचना मिलती है श्री राम उनका स्वागत करते हैं और उनका राजतिलक करते हैं।
5. रामा दल समुद्र पार करने की योजना बना रहा होता है तभी विभीषण जी राय देते हैं कि पहले हमें रामेश्वरम पूजा करनी चाहिए रामेश्वरम पूजा होती है सेना को बैठे तीन दिन बीत जाते हैं तभी राम को आक्रोश आता है और वो अपना धनुष पर बाण चढ़ा देते हैं तभी समुद्र देव प्रकट होकर समस्या का समाधान बताते है । 6. बल नील और सेना द्वारा समुद्र सेतु का निर्माण किया जाता है रामादाल लंका पहुंच जाता है और यह सूचना रावण को मिल जाती है ।
7. अगले दृश्य में रामदल द्वारा अंगद को रावण दरबार भेजा जाता है की वो जाकर एक बार संधि का प्रस्ताव रख आए।
8. रावण दरबार में अंगद पहुंचता है और रावण अंगद संवाद होकर युद्ध का ऐलान होता है ।
9. रामदल मे युद्ध की सूचना अंगद के द्वारा दे दी जाती है युद्ध प्रारंभ होता है।
10. रावण दरबार से इंद्रजीत युद्ध के लिए निकलता है और रामदल से लक्ष्मण निकलता है दोनो में भयंकर युद्ध होता है लक्ष्मण को वाण लग जाता है रामादल में निराशा छा जाती हैं ।
11. विभीषण द्वारा समाधान के रूप में सुषेण वैध को बुलवाया जाता है और हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने को पठाया जाता है।
12 हनुमान जी बूटी ढूंढते है तभी कालनेवी उनको भटकाने का प्रयास करते हैं हनुमान उनको मार कर आगे बढ़ते है और बूटी लेकर आते है।
13 बूटी लाते हुए भरत को हनुमान जी दिखते है और भरत द्वारा बाण से उनको मूर्छित कर दिया जाता है उसके बाद दोनों ने वार्तालाप होता है और फिर हनुमान जी निकल पड़ते हैं । 14 रामदल निराश बैठा है हनुमान का इंतजार कर रहे हैं तभी हनुमान जी आते है और बूटी द्वारा लक्ष्मण की मूर्ख को तोड़ दिया जाता है रामदल में खुशी की लहर हो जाती है। समिति के चेयरमैन टी.एन. गोविल, अध्यक्ष टी. एन. चौरसिया, कार्यकारी अध्यक्ष सुशील भारद्वाज, महासचिव संजय बाली, कोषाध्यक्ष अल्पेश गर्ग, अतुल मित्तल, रमेश कुमार, सतनाययण गोयल, एन.के. अग्रवाल, तरूण राज, के के गौतम, राजेश भारद्वाज, सुनील गुप्ता, योगेन्द्र शर्मा, डा. बी.के. गुप्ता, डा. ए.के. अग्रवाल, राजेश गुप्ता, जी.सी माहेश्वरी, नवनीत गुप्ता, राजीव अजमानी, नरेश बंसल, लक्ष्मी नारायण, डा. अरविन्द गर्ग, राजीव त्यागी, सन्नी अग्रवाल, आशीष जिंदल, अनूप कटारिया, कुलभूषण बाली, प्रमोद शर्मा, विकल गुप्ता, विनय शर्मा, पवनदीप सिंह, पंकज जिंदल, नागर, निखिल अग्रवाल, विदुषी शर्मा, चन्द्रपाल सिंह, प्रमोद रंगा आदि काफी संख्या में समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
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