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जीबीयू कुलपति ने विश्वविद्यालय में सातवाँ वेतन आयोग की सिफ़ारिश को किया लागू।


मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में एक लम्बे इंतेज़ार के पश्चात शिक्षकों के हित को ध्यान में रखते हुए कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा, कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी एवं प्रशासनिक अधिकारीयों के अथक प्रयास से 7वें वेतन आयोग के सिफ़रिसों एवं रीसर्च/फ़ैकल्टी असोसीयट्स का पदनाम बदल कर असिस्टेंट प्रोफ़ेसर (कन्सॉलिडेटेड) को हाल ही में सम्पन्न हुए शैक्षिक परिषद एवं प्रबंध समिति की बैठक में सैधान्तिक रूप से अनुमोदन किया गया। उपरोक्त अनुमोदन के क्रम में विश्वविद्यालय ने ज़रूरी प्रक्रिया एवं विश्वविद्यालय के नियमों का पालन करते हुए इसे लागू कर दिया गया है। कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने शिक्षकों से यह आशा व्यक्त की कि वे भी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें। उनका मानना है कि विश्वविद्यालय की पहचान विश्वविद्यालय के छात्र, शिक्षकों एवं कर्मचारियों से होती है।विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों ने कुलपति को उनके प्रतिबद्ध प्रयास और अदम्य इच्छा शक्ति से लंबे समय से लंबित 7वें वेतन के मुद्दे को हल करने और निष्पादित करने के लिए धन्यवाद दिया।इसके अलावा अब तक विश्वविद्यालय में ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश का भुगतान की सुविधा को भी लागू करना वास्तव में बहुत ही प्रेरक है और हम सभी के दृढ़तापूर्वक अपने दायित्वों के निर्वहन के लिए उत्साहित कारेगा।शिक्षकों को यकीन है कि वर्तमान कुलपति के  सक्षम मार्गदर्शन में जीबीयू उच्च शैक्षणिक के केंद्र के रूप में देश में ही नहीं विश्व पटल पर और मज़बूती से अपनी मौजूदगी स्थापित करेगा और दृढ़ता से समाज की सेवा कर सकेगा।इस मौके पर कुलसचिव डॉ त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन सातवें वेतन आयोग को लागू करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए थे ताकि सभी शिक्षकों को इसका लाभ सितम्बर माह से मिलने लगा। 

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