गौतम बुद्ध नगर उम्मीद संस्था के माध्यम से दुजाना गांव निवासी गुर्जर डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर एवं गुर्जर जागेश कुमार निशुल्क पुस्तक बैंक चलाते हैं गुर्जर डॉक्टर देवेंद्र कुमार बताते हैं कि वह ऐसे जरूरतमंद बच्चों को चिन्हित करते हैं जिनके अभिभावक बच्चों के एडमिशन तो करा देते हैं लेकिन उन्हें पुस्तकें उपलब्ध नहीं करा पाते हैं ऐसे बच्चों को निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध करा कर उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य उम्मीद संस्था के सदस्यों एवं जन सहयोग से कर रहे हैं 12357 बच्चों को लगभग 50 हजार पुरानी पुस्तकें वितरित कर चुके हैं निशुल्क पुस्तक बैंक में पुरानी पुस्तकें उपलब्ध नहीं होती हैं तो उम्मीद संस्था बच्चों को नई पुस्तकें भी खरीद कर उपलब्ध कराती है गुर्जर डॉक्टर देवेंद्र एवं उम्मीद संस्था के सदस्य अपनी सैलरी का 10% सामाजिक कार्यों पर खर्च करते हैं यूपी बोर्ड में दसवीं एवं 12वीं की परीक्षा में गौतमबुधनगर टॉप करने वाले दोनों छात्र निशुल्क पुस्तक बैंक से पुरानी पुस्तकें लेकर भविष्य मैं शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बनाने की तैयारी कर रहे हैं डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर ने लगभग 15 वर्ष पहले अपने गांव दुजाना में ग्राम वासियों के सहयोग से 50 छात्रों की क्षमता का पुस्तकालय भी खुलवाया है जिसमें गांव और आसपास के बच्चे विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बना रहे हैं दुजाना पुस्तकालय को मॉडल मानकर आस-पास के गांव में भी लोगों ने अपने बच्चों के लिए पुस्तकालय खोले हैं उम्मीद संस्था के उपाध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र ने अपने अच्छेजा गांव में एक पुस्तकालय का निर्माण किया है जागेश कुमार बताते हैं कि बहुत जल्दी वह भी अपने गांव में एक नई पुस्तकालय का निर्माण करेंगे तथा वह बताते हैं कि घर पर रखी पुरानी पुस्तकों को रद्दी मैं ने देकर निशुल्क पुस्तक बैंक में जमा करने के लिए उम्मीद संस्था के सदस्य जागरूकता अभियान के तहत जागरूक करते रहते हैं जिससे निशुल्क पुस्तक बैंक में लगभग 10000 पुस्तकें रखी हुई है उम्मीद संस्था प्रत्येक वर्ष सत्र आरंभ होने के समय विद्यालय में जाकर पुस्तक मेले के माध्यम से छात्रों को पुस्तक उत्सव के द्वारा पुस्तकों का आदान-प्रदान कर लाखों करोड़ों रुपया का आर्थिक बचत अभिभावकों को कराते हैं बीकेयू अंबावता के तहसील अध्यक्ष राजकुमार रूपबास भी निशुल्क पुस्तक बैंक को लगातार सहयोग कर रहे हैं मास्टर ब्रहम सिंह बताते हैं कि पुरानी पुस्तकों के सदुपयोग से प्रत्येक वर्ष लाखों पेड़ों को कटने से बचाया जा रहा है लाखों करोड़ों लीटर पानी की बर्बादी होने से बचाया जा रहा है समाज में शिक्षा के स्तर को बढ़ाया जा रहा है उम्मीद संस्था टीम में मुख्य रूप से डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर ,जागेश कुमार, राजकुमार, रीना सिंह, प्रियंका जैन, मास्टर ब्रहम सिंह नागर, राजवीर गुर्जर ,अग्निवेश दरोगा , संजीव मुकदम, महेंद्र नागर, देवेंद्र अच्छेजा, जयपाल सिंह नागर सक्रिय रुप से कार्य कर रहे हैं
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