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सुभाष पार्टी ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 115 वीं जयंती धूम-धाम से मनायी।

राजेंद्र चौधरी ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गाजियाबाद।
गाजियाबाद।  दिनांक 28 सितम्बर 2022, दिन बुद्धवार सायं 5:30 बजे। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) द्वारा कार्यालय सुभाषिनी आंफसेट, जगदीश नगर, गाजियाबाद पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 115 वीं जयंती बड़ी धूम-धाम से मनाया गयी। शहीद-ऐ-आजम भगत सिंह जी के जन्मदिवस समारोह का शुभारंभ  सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) के संयोजक सतेन्द्र यादव द्वारा शहीद भगतसिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर  किया गया। यादव ने बताया कि शहीदे-ए-आजम का जन्म 27-28 सितम्बर मध्य रात्रि में 1907 में लायलपुर जिले के बंगा गांव में जो अब पाकिस्तान में है मे हुआ था। इस कारण बहुत से लोग इनका जन्मदिन 27 सितंबर को भी मनाते है। जबकि इनका परिवार इनका जन्मदिन 28 सितम्बर को मनाता है। भगत सिंह पूरा परिवार क्रान्तिकारी था। उन्होंने जेल में विश्व की सबसे लंबी भूख हड़ताल की। भगतसिंह की फाँसी को रोकने के लिए पूरी दुनिया के लोगों ने कोशिश की, ब्रिटिश सांसदो तक ने फाँसी रोकने की कोशिश की। लाखों लोगों ने इस बारे में पत्र लिखा जिसमे से कुछ तो खून से लिखे गये थे। भारत में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस व मौहम्मद अली जिन्ना ने पुरजोर कोशिश की लेकिन अंग्रेजों ने किसी की न मानी। महज 23 साल 5 महीने 25 दिन की आयु में 23 मार्च 1931 की शाम 7ः33 उन्हें फाँसी दी गई। शहीद-ऐ -आजम के जन्मदिवस के अवसर पर सभाषवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा खुद में देशभक्ति के जज्बे को भरने के लिए शहीद भगत सिंह का नाम ही काफी है उनमें देश के प्रति इतना प्रेम था कि वह हँसते-हँसते फांसी के फंदे पर झूल गये। समाज में फैली शोषण व अमीरी गरीबी की खाई को भगत सिंह के रास्ते पर चलकर ही मिटाया जा सकता है। स्कूली शिक्षा से ही वह भारत की आजादी के सपने देखने लगे और गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में भाग लिया। जब माता-पिता ने शादी करनी चाही तो घर से भाग गये और अपने पीछे एक खत छोड़ गये उसमें उन्होंने लिखा की उन्होंने अपना जीवन देश को आजाद कराने के लिए समर्पित कर दिया है। लाहौर षडयंत्र केस में राजगुरू, सुखदेव के साथ भगत सिंह को भी फांसी की सजा सुनायी गयी।
 इस अवसर पर मुख्य रूप से सुनील दत्त, दीपक वर्मा, अनील सिन्हा, रामकुमार शर्मा, रामअवतार यादव, उदयवीर यादव, योगेंद्र हितैषी ,अनुपम अग्रवाल,कृष्ण गर्ग, उमेश, सन्दीप, अभिनन्दन तिवारी, रवि राना, पी, के. सिंह, एन. पी. दीक्षित, प्रताप सिंह, दीपक शर्मा, एन. डी. दीक्षित, विनोद अकेला, संजय शर्मा, रिंकू दीक्षित, उमेश दीक्षित, धनंजय कुमार सिंह, दलीप पाण्डे, विवेक राणा, विकास, राम गोपाल, नसरूद्दीन मलिक, जगदीश गोयल, राजेश यादव, ,वी पी सिंह, बीरपाल यादव, एस एस मरनाल,राजपाल शर्मा,देवेन्द्र शर्मा, पवन कुमार, दीपक कुमार, रिंकू, अक्षय, रोहित मुख्य रूप से शामिल रहे।

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