ग्रेटर नोएडा। भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ एवं 76वाँ स्वतंत्रता दिवस जीबीयू में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमें विश्वविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं के साथ साथ शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। इस राष्ट्रीय त्योहार को मनाने के लिए, विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई गई थी, और इस उत्सव को सरकार द्वारा "आजादी का अमृत महोत्सव" नाम दिया गया है। इस उत्सव के तहत होने वाले कार्यक्रमों में से एक "हर घर तिरंगा" के साथ “तिरंगा यात्रा” का भी आयोजन किया गया। इसी अभियान के तहत गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में 15 अगस्त को झंडातोलन द्वारा शुरू की गयी और उसके पश्चात तिरंगा यात्रा का शुभारम्भ कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा, कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी, के अगुवाई में शिक्षकों, क्रमचारियों एवं छात्र-छात्राओं संग प्रशासनिक भवन से निकली गयी। तिरंगा यात्रा प्रशासनिक भवन से निकल कर विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार से होते हुए द्वारा संख्या 1 से विश्वविद्यालय में प्रविष्ट हुई और प्रेक्षागृह के सीढ़ियों पर समाप्त हुई। यह तिरंगा यात्रा लगभग 1 किलोमीटर लम्बी थी।
तिरंगा यात्रा के पश्चात, विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक समिति द्वारा रंगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम को अंजाम दिया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करके किया गया और साथ ही विश्वविद्यालय के बौध अध्ययन विभाग के छात्रों जो मुख्यतः विदेशी छात्र हैं उनके द्वारा विश्व शांति के लिए धम्माचारं के साथ हुई। और एक वीयट्नाम के छात्र तुआन त्रान ने वीयट्नामी गाना गाया जिसने दर्शक दीर्घा में बैठे सभी का मन जीत लिया।
उसके बाद अन्य कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय की ही छात्रा श्राबोनी एवं उसकी साथियों ने देशभक्ति पर आधारित गीतों में नृत्य प्रस्तुत किया। विश्वविद्यालय का बैंड हार्मनी ने भी अपने गीतों से शमा बांधा।
इसके बाद आमंत्रित कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की जिसकी शुरुआत नितिन चंद्रा एवं उनके साथियों ने देशभक्ति की गीतों से सभी मंत्र-मुग्ध किया। फिर दूसरे आमंत्रित कलाकार डॉ शैलेश सिंह ने अपने सहयोगियों डॉ राजकुमार झा और संदीप के साथ अपनी प्रस्तुति की। यहाँ बताना ज़रूरी है कि शैलेश सिंह हिंदुस्तानी संगीत के मुर्धन्य गायक है और उन्होंने ने संगीत की शिक्षा पद्मा वभूषण पंडित राजन साजन मिश्रा जी से ली है।
कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी ने कार्यक्रम में स्वागत करते हुए अमृत महोत्सव में हुए कार्यक्रमों की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए स्वतंत्रता दिवस की सभी को बधाई दी। डॉ ओमप्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन किया और उसके पश्चात राष्ट्र्गान से सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन हुआ।
0 टिप्पणियाँ