गौतम बुद्ध नगर कुमारी मायावती राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बादलपुर, गौतमबुद्धनगर की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के रजत जयंती के उपलक्ष्य में प्राचार्या प्रो. (डॉ.) दिव्या नाथ की अध्यक्षता में नैक, बैंगलुरु के सौजन्य से दिनांक 06/08/22 को भारतीय शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता संवर्धन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एच. एस. सिंह, वाइस चांसलर मां शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय, बुलंदशहर के द्वारा मां भारती के चरणों में पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की पुनीत शुरुआत हुई। महाविद्यालय की ओजस्वी प्राचार्या प्रो. (डॉ.) दिव्या नाथ के द्वारा कार्यक्रम के गणमान्य अतिथि एवं विशिष्ट वक्ताओं के हेतु स्वागत भाषण दिया गया। इसी क्रम में राष्ट्रीय सेमिनार के समन्वयक प्रो. डॉ. दिनेश चंद शर्मा ने सेमिनार के विषय पर सूक्ष्म प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा साझा किया। तकनीकी सत्र के विशिष्ट वक्ता प्रो. हरे कृष्णा, सदस्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन समिति ने भारतीय शिक्षा नीति 2020 के मूल सिद्धांत एवं उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए भारतीय शिक्षा व्यवस्था पर लागू हुई इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भूमिका को व्यक्त किया। कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर प्रो. भारत भूषण ,डायरेक्टर स्टूडेंट अफेयर्स IGNOU, दिल्ली ने राष्ट्रीय सेमिनार के उक्त विषय पर बीज वक्तव्य दिया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार यह शिक्षा नीति तत्कालीन समाज में प्रासंगिक है तथा भविष्य में अधिकाधिक विद्यार्थी रोजगार उन्मुख होकर देश की तरक्की में मील के पत्थर साबित होंगे। भारतीय शिक्षा व्यवस्था के कई दोषों को यह शिक्षा नीति दूर करने में सक्षम होगा।
प्रथम तकनीकी सत्र के द्वितीय चरण में डॉ. बनवारी, डॉ. हृदयेश आर्य ,डॉ.दीपक कुमार शर्मा एवं डॉ. लाल सिंह ने विषयानुकूल व सारगर्भित शोध पत्र प्रस्तुत किया। उक्त सत्र के आखिरी चरण में मुख्य अतिथि प्रो. एच.एस.सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्रीय सेमिनार के गुणवत्तापूर्ण आयोजन की अनुशंसा करते हुए महाविद्यालय के 25 वर्ष पूर्ण होने की शुभकामना दी। इसी क्रम में नई शिक्षा नीति 2020 के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन होने से शिक्षा में त्वरित विकास व सुधार की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। तकनीकी सत्र के समापन के क्रम में राष्ट्रीय सेमिनार की समन्वयक प्रो. डॉ. दीप्ति बाजपेई द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्वेता एवं रिपोर्ट लेखन आयोजन सचिव डॉ. शिल्पी द्वारा किया गया। द्वितीय सत्र के प्रथम चरण में ऑनलाइन माध्यम से 25 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा सुव्यवस्थित एवं उत्तम शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। तकनीकी सत्र के आखिरी चरण में कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. रुचि त्रिपाठी, असिस्टेंट एडवाइजर नैक, बंगलुरु ने राष्ट्रीय सेमिनार के विषय विमर्श की प्रासंगिकता एवं भविष्य में भी इसी प्रकार के सेमिनार के औचित्य को महत्व देते हुए भारतीय शिक्षा पद्धति में नई शिक्षा नीति की भूमिका की भी संक्षिप्त व्याख्या की।द्वितीय तकनीकी सत्र के द्वितीय चरण में राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन सचिव डॉ. नेहा त्रिपाठी द्वारा कार्यक्रम की विशद आख्या प्रस्तुत की गई। सत्र को समापन की ओर ले जाते हुए आयोजन सचिव डॉ. अरविंद यादव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। ऑनलाइन तकनीकी सत्र का सफल संचालन तकनीकी आयोजन सचिव डॉ. किशोर कुमार एवं रिपोर्ट लेखन डॉ. विनीता सिंह द्वारा किया गया। प्रस्तुत राष्ट्रीय सेमिनार महाविद्यालय के सभी सदस्यों के अथक एवम् अनवरत प्रयास से अपने उद्देश्यों को पूर्ण करता हुआ फलीभूत हुआ। भविष्य में भी छात्राओं के हित में इस प्रकार के औचित्यपूर्ण तथा प्रासंगिक कार्यक्रम पुनः कराने में कृत संकल्प महाविद्यालय नवीन आयामों के पथ पर अग्रसरित रहेगा।
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