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आगामी 19 अगस्त 2022 दिन शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में इस्कॉन नोएडा में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।




मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध नगर रविवार दिनांक 07 अगस्त को सांय 4 बजे से शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। शोभा यात्रा सांय 4 बजे सेक्टर 18 स्थित गुरुद्वारे से प्रारम्भ होगी तथा अट्टा मार्केट, सब मॉल, डी एम चौक, स्टेडियम, चौड़ा चौक तथा अडोब चौक होते हुए सांय 7 बजे इस्कॉन नोएडा मन्दिर पहुंचेगी। पूरे रास्ते में हरिनाम संकीर्तन होगा, बच्चों की झांकियां होंगी, बैण्ड, घोड़े, हाथी तथा सभी को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
दोपहर 1 बजे इस्कॉन नोएडा मन्दिर में सभी को लंच प्रसाद दिया जाएगा तथा शोभा यात्रा के समापन पर सांय 7 बजे इस्कॉन नोएडा मन्दिर में सभी को डिनर प्रसाद वितरित किया जाएगा। इस शोभा यात्रा में लगभग 1500 भक्तों के  सम्मिलित होने की आशा है। इस शोभा यात्रा का उद्देश्य सभी नोएडा वासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के लिए इस्कॉन नोएडा में आमन्त्रित करना है।

*झूलन यात्रा*
यह एक पारम्परिक त्यौहार है। वर्षा ऋतु में उमस बहुत बढ़ जाती है। अत: भगवान को सुन्दर ठण्डी हवा प्रदान करने के लिए भक्तगण उन्हें प्रतिवर्ष झूले पर बिठाकर झूला झुलाते हैं। भगवान को झूला झुलाने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है तथा भगवान श्री राधा कृष्ण के प्रति प्रेम में वृद्धि होती है। अत: प्रेम के इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। पाँच दिनों तक चलने वाला यह उत्सव सोमवार, दिनाँक 08 अगस्त, पवित्रोपण एकादशी के दिन प्रारम्भ होगा तथा शुक्रवार दिनाँक 12 अगस्त, बलराम जयन्ती के दिन इसका समापन होगा। सभी नोएडा वासी इन पाँच दिनों तक इस उत्सव में भाग ले सकते हैं तथा भगवान श्री राधा कृष्ण को झूला झुलाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए इस्कॉन नोएडा के भक्त भगवान के लिए विशेष झूला बनाने में जुटे हुए हैं। झूले को साज-सामग्री एवं फूलों से अत्यन्त सुन्दर ढंग से सजाया जाएगा। इस उत्सव में प्रतिदिन लगभग 2000 लोग दर्शन एवं झूलन यात्रा में भाग लेंगे।

*बलराम जयन्ती*
भगवान बलराम का जन्मोत्सव, बलराम पूर्णिमा शुक्रवार दिनाँक 12 अगस्त को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव सांय काल में 6 बजे प्रारम्भ होगा। जिसमें भजन, कीर्तन, भगवान का अभिषेक, प्रवचन एवं सभी के लिए भरपेट प्रसादम की व्यवस्था की जाएगी। भगवान का पञ्च गव्य (दूध, दही, शहद, घी, फलों के रस एवं पुष्प) से सुन्दर अभिषेक किया जाएगा। इस अवसर पर भगवान बलराम की लीलाओं का मंचन करते हुए एक विशेष नाटिका प्रस्तुत की जाएगी तथा मटकी फोड़ उत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव में लगभग 1500 लोगों के भाग लेने की आशा है।

*श्रीकृष्ण जन्माष्टमी*
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शुक्रवार दिनाँक 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस उत्सव के लिए भक्तगण पिछले चार माह से तैयारियों में जुटे हुए हैं। मन्दिर को सुन्दर ढंग से सजाया जा रहा है। भगवान के लिए भोग की सामग्री एकत्र की जा रही है। भगवान की सुन्दर पोशाक तैयार की जा रही है। पूरे मन्दिर को रंग बिरंगी लाइटों एवं फूलों से सजाया जाएगा। भगवान का पञ्च गव्य (दूध, दही, शहद, घी, फलों के रस एवं पुष्प) से सुन्दर अभिषेक किया जाएगा। भगवान को 108 प्रकार के देशी तथा विदेशी विभिन्न व्यंजन अर्पित किए जाएंगे जिसमें कईं प्रकार के खीर, हलवे, सब्जियों, स्नैक्स एवं केक सम्मिलित होंगे। भगवान का दर्शन पूरे दिन प्रात: 4:30 बजे से रात्रि 12 बजे तक खुला रहेगा। पूरे दिन भगवान के पवित्र नाम का कीर्तन होगा तथा सभी के लिए पूरा दिन प्रसादम वितरित किया जाएगा। पिछले दो वर्षों से महामारी के चलते इस्कॉन नोएडा में इस उत्सव का आयोजन सार्वजनिक रूप से नहीं हो पाया था। इस वर्ष इस उत्सव में देश विदेश के भक्तों सहित लगभग पाँच लाख लोगों के सम्मिलित होने की आशा है।

*श्रील प्रभुपाद आविर्भाव तिथि महामहोत्सव*
इस्कॉन के संस्थापकाचार्य, कृष्णकृपामूर्ति श्री श्रीमद ए. सी. भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद का जन्मोत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अगले दिन, शनिवार दिनाँक 20 अगस्त को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव प्रात: 10 बजे मनाया जाएगा जिसमें भजन, कीर्तन तथा सभी के लिए प्रसादम वितरित किया जाएगा। 1896 में जन्मे श्रील प्रभुपाद अपने गुरु महाराज के आदेश पर 1965 में एक मालवाहक जलयान (कार्गो शिप) में बैठकर न्यूयॉर्क गए तथा वहाँ के हिप्पियों को कृष्ण भक्त बना दिया। तब से अब तक इस्कॉन श्रील प्रभुपाद की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए विश्व के सभी देशों में कृष्ण भक्ति का प्रचार कर रहा है। इस उत्सव में लगभग 2000 भक्त सम्मिलित होने की आशा है।

*श्रीराधा अष्टमी*
भगवान श्रीकृष्ण की नित्य संगिनी श्रीमती राधारानी का जन्मोत्सव रविवार, दिनाँक 04 सितम्बर को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव दोपहर 12 बजे प्रारम्भ होगा जिसमें भजन, कीर्तन, भगवान का अभिषेक तथा सभी के लिए प्रसादम की व्यवस्था होगी। इसके लिए युगल जोड़ी की नई पोशाक तैयार की जा रही है तथा भगवान का पञ्च गव्य (दूध, दही, घी शहद, फलों के रस एवं पुष्प) से सुन्दर अभिषेक किया जाएगा। भगवान की लीलाओं को प्रदर्शित करती हुई एक सुन्दर नाटिका प्रस्तुत की जाएगी तथा तत्पश्चात सभी को प्रसादम वितरित किया जाएगा। इस उत्सव में लगभग 3000 लोगों के सम्मिलित होने की आशा है।


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