ग्रेटर नोएडा।शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के लिये गुणात्मक अनुसंधान एक आवश्यकता है। मंगलमय इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टैक्नोलाॅजी, ग्रेटर नोएडा ने अनुसंधान विकास की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये 18 से 22 जुलाई तक एक सप्ताह का शिक्षकों एवं शोधकर्ताओं के लिये एफडीपी कार्यक्रम का आयोजन किया है मंगलमय ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन अतुल मंगल, वाइस चेयरमैन आयुष मंगल एवं कार्यकारी निदेशक प्रेरणा मंगल ने सुबह 10.30 बजे दीप जलाकर एफडीपी कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत संस्थान के वाइस चेयरमैन आयुष मंगल एवं कार्यकारी निदेशक प्रेरणा मंगल के उद्बोधन के साथ हुई। वाइस चेयरमैन आयुष मंगल ने रिसर्च स्कोलरर्स को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि आज के युग में शिक्षा के साथ रिसर्च भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रिसर्च के टूल्स सेहम अलग-अलग पैरामीटर पर मूल्यांकन करके उत्तर का आंकलन कर सकते है।आइक्यूएसी निदेशक डा0 अजय प्रताप सिंह ने सम्बोधन के दौरान साझा किया कि कैसे अनुसंधान गुणात्मक अनुसंधान अध्ययन सफल और सार्थक को सुविधाजनक बनाने के लिये प्रभावी ढ़ंग से उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद संस्थान की निदेशिका डा0 गीति शर्मा ने सत्र के लिये मुख्य वक्ता डा0 साहिल गुप्ता को आमंत्रित किया। डा0 साहिल गुप्ता ने डेटाबेस एवं गुणात्मक विधियों एवं दृष्टिकोण के तत्व को समझने में मदद करने लिये विभिन्न आयामों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर डीन डा0 मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि बदलते युग के साथ हमें सभी टूल्स की जानकारी होना आवश्यक है।विभिन्न संस्थानों के कुल 56 प्रतिभागियों ने एफडीपी में ऑनलाइन एवं ऑफ़लाइन माध्यम से भाग लिया। इस 5 दिन की एफडीपी में डा0 साहिल गुप्ता, डा0 सुमित नरूला तथा डा0 पूजा गोयल द्वारा अलग-अलग दिन रिसर्च टूल्स की जानकारी देंगे। इस अवसर पर विभिन्न काॅलिजों की प्रवक्ता शामिल हुये। इस अवसर पर मिस सोनली चैहान, डा0 अंशु गोयल, डा0 पोयम शर्मा, डा0 राजकुमार, डा0 धनंजय सिंह, डा0 मुनीष कुमार तिवारी, डा0 वरूण कुमार, मिस मनीषा शर्मा, डा0 गजल शर्मा आदि उपस्थित रहे। अंत में डा0 पूजा गोयल, डा0 सीमा पुंडीर ने धन्यवाद करते हुये पहले दिन का समापन किया।
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