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एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने चार्ज संभाला, सीएंडडी वेस्ट प्लांट के निर्माण की धीमी गति पर जताई नाराजगी





नवनियुक्त एसीईओ ने सॉलिड वेस्ट प्लांट, रेमेडिएशन प्लांट व गोशाला का लिया जायजा
रेमेडिएशन प्लांट पर लीगेसी वेस्ट को इसी साल दिसंबर तक प्रोसेस करने के दिए निर्देश
शफ़ी मोहम्मद सैफ़ी दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स संवाददाता ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा।  ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नवनियुक्त एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने चार्ज संभाल लिया है। उन्होंने बृहस्पतिवार को जलपुरा स्थित सीएंडडी वेस्ट प्लांट, रेमेडिएशन प्लांट व गोशाला का जायजा लिया। गोशाला में गोबर गैस प्लांट लगवाने, सीएंडडी वेस्ट प्लांट का निर्माण तेज करने और लखनावली में लीगेसी वेस्ट को इसी साल दिसंबर तक प्रोसेस करने के निर्देश दिए।  एसीईओ ने सबसे पहले गोशाला का निरीक्षण किया। वहां  पर ड्रेनेज सिस्टम को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। गोवंशों की संख्या के हिसाब से शेड्स बनवाने को कहा है। एसीईओ ने गोशाला में उन पौधों को लगाने के लिए कहा, जिनको गोवंश न खाते हों। पेड़ों की सुरक्षा के लिए अच्छी गुणवत्ता के ट्री गार्ड लगवाने के निर्देश दिए। एसीईओ ने गोशाला में बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए, जिसमें गोवंशों की कुल संख्या, दुर्घटनाग्रस्त गोवंश, चिकित्सक व स्टाफ आदि का ब्योरा लिखा जाए। उन्होंने गोशाला का लेआउट बनवाने को कहा, जिसमें गोशाला के अंदर कहां पर क्या है, इसका उल्लेख किया जाएगा। गोशाला में गोबर गैस प्लांट लगवाने के भी निर्देश दिए। इसके बाद एसीईओ ने  सेक्टर इकोटेक थ्री निर्माणाधीन सीएंडडी वेस्ट प्लांट का जायजा लिया। एसीईओ ने सीएंडडी वेस्ट प्लांट के निर्माण की धीमी गति पर असंतोष जाहिर करते हुए कंपनी प्रतिनिधियों को सोमवार को प्रस्तुतिकरण के लिए प्राधिकरण दफ्तर बुलाया है। एसीईओ ने प्लांट परिसर में बोर्ड लगाने और सीएंडडी वेस्ट का ब्योरा लिखवाने के निर्देश दिए। इसके बाद एसीईओ ने लखनावली स्थित रेमेडिएशन प्लांट का जायजा लिया। प्लांट पर अब तक 54000 मीट्रिक टन लीगेसी वेस्ट को प्रोसेस किया गया है, जिस पर एसीईओ ने असंतोष जाहिर किया और 31 दिसंबर तक सभी लिगेसी वेस्ट को निस्तारित करने के निर्देश दिए। बता दें कि यह प्लांट अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ है, लेकिन इसको खत्म करने के लिए 2 साल का समय दिया गया है। एसीईओ के निरीक्षण के दौरान जन स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डीजीएम सलिल यादव, प्रबंधक वैभव नगर आदि मौजूद रहे।

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