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सुरेंद्र सिंह नागर ने राज्यसभा में ली शपथ, लगातार दुसरी बार चुने गए राज्यसभा सांसद।




शफ़ी मोहम्मद सैफ़ी दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स संवाददाता ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा।राज्यसभा के उपसभापति और उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नागर  ने गुरुवार को बतौर सांसद एक बार फिर राज्यसभा में शपथ ग्रहण की है। सुरेंद्र सिंह नागर लगातार दुसरी बार राज्यसभा के सांसद चुने गए हैं। पिछले महीने हुए चुनाव में नागर उत्तर प्रदेश से निर्वाचित होकर उच्च सदन में पहुंचे हैं। आपको बता दें कि नागर पिछले 24 वर्षों से लगातार विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा में कार्यरत हैं।बेहद साधारण परिवार से उठकर यहां तक पहुंचे सुरेंद्र सिंह नागर बेहद साधारण किसान परिवार से उठकर इस मुकाम तक पहुंचे हैं। 10 मई 1965 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के गुलावठी कस्बे में वेदराम नागर और धरमवती नागर के किसान परिवार में जन्म हुआ। उन्होंने हापुड़ के एसएसवी कॉलेज से बीकॉम की डिग्री हासिल की है। 2 मई 1987 को राखी नागर से शादी की। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। आज सुरेंद्र नागर और उनके परिवार ने मिल्क प्रोडक्शन, फूड प्रोसेसिंग और हेल्थ सेक्टर में शानदार कारोबारी स्थापित किया है। अब सुरेंद्र सिंह नागर और उनके परिवार की गिनती उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के अग्रणी बिजनेसमैन के तौर पर होती है। सुरेंद्र सिंह उन चुनिंदा पॉलिटिशियन में शामिल हैं, जिन्हें 3-3 सदनों विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा में काम करने का अनुभव हासिल है। सुरेंद्र नागर अपने पिता को अपना जीवन आदर्श मानते हैं। नागर को सौम्य स्वभाव, ठहराव और टाइमिंग शॉट के लिए जाना जाता है। एक बार फिर राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। फिलहाल राज्यसभा के उपसभापति हैं। उन्होंने पिछले 6 वर्षों में राज्यसभा के लिए तीसरा चुनाव जीता है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
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सुरेंद्र सिंह नागर का राजनीतिक सफरनामा

सुरेंद्र सिंह नागर ने संसदीय राजनीति की शुरुआत उत्तर प्रदेश विधान परिषद से की। वर्ष 1998 में वह स्थानीय निकाय सीट से चुनाव जीतकर एमएलसी बने।साल 2004 में दोबारा इसी सीट से चुनाव जीता। विधान परिषद में 10 समितियों के सदस्य रहे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले गौतमबुद्ध नगर सीट सामान्य हो गई थी। सुरेंद्र नागर ने चुनाव लड़ा। उनके सामने डॉ.महेश शर्मा थे। सुरेंद्र नागर ने जीत हासिल की और लोकसभा पहुंच गए।
इसके बाद 2016 में राज्यसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नागर जुलाई 2019 तक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रहे। समाजवादी पार्टी और राज्यसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने सुरेंद्र नागर के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाया। इस तरह सुरेंद्र नागर ने दूसरी बार राज्यसभा चुनाव जीता। भारतीय जनता पार्टी ने सुरेंद्र सिंह नागर पर भरोसा जाहिर किया और उन्हें राज्यसभा का उपसभापति नियुक्त किया गया।
राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर जून 2022 में सुरेंद्र सिंह नागर को उत्तर प्रदेश से अपना उम्मीदवार घोषित किया।

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